Coronavirus in Jharkhand: झारखंड क्रिटिकल से 4 गुणा आगे, स्वास्थ्य विभाग के सारे अनुमान फेल

Jharkhand Coronavirus Update स्वास्थ्य विभाग को 21 अप्रैल तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 24061 होने का अनुमान था। लेकिन 17 अप्रैल को ही संक्रमितो की संख्‍या 25 हजार से पार हो गई। राज्य में संक्रमण की यही रफ्तार रही तो अगले सप्ताह तक 40 हजार एक्टिव केस होंगे।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 07:01 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:47 AM (IST)
Coronavirus in Jharkhand: झारखंड क्रिटिकल से 4 गुणा आगे, स्वास्थ्य विभाग के सारे अनुमान फेल
Jharkhand Coronavirus Update: झारखंड में कोरोना संक्रमण की यही रफ्तार रही तो अगले सप्ताह तक 40 हजार एक्टिव केस होंगे।

रांची, [नीरज अम्‍बष्‍ठ]। Jharkhand Coronavirus Update राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार इतनी तेज है कि खुद स्वास्थ्य विभाग का अनुमान फेल हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए राज्य में संक्रमित संख्या का जितना अनुमान लगाया था उससे अधिक संक्रमित चार दिन पहले ही मिल गए। विभाग ने 21 अप्रैल तक कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या 24,061 होने का अनुमान लगाया था, लेकिन राज्य में 17 अप्रैल को ही संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 25,619 हो गई। इस तरह, अनुमान से चार दिन पहले ही अनुमानित मरीजों की संख्या पार हो गई।

राज्य में वर्तमान में संक्रमण की औसत वृद्धि दर लगभग दो फीसद है। वर्तमान में नए संक्रमित मिलने तथा पुराने मरीजों के स्वस्थ होने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में प्रतिदिन औसतन दो हजार नए मरीज जुड़ रहे हैं। इस हिसाब से राज्य में संक्रमण की वर्तमान स्थिति भी रही तो अगले सप्ताह अर्थात 24 अप्रैल तक राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर लगभग 40 हजार हो जाएगी।

1300 ऑक्सीजन सपोर्टेड तथा 879 आइसीयू बेड की होगी आवश्यकता

राज्य में अगले सप्ताह तक संक्रमितों की संख्या 40 हजार हो जाने पर राज्य को 1300 ऑक्सीजन सपोर्टेड तथा 879 आइसीयू बेड की आवश्यकता और होगी। जानकारों का मानना है कि यदि इनमें 80 फीसद मरीज होम आइसोलेशन में भी रहें तो भी लगभग आठ हजार मरीजों के लिए बेड की आवश्यकता होगी। वर्तमान में जितने मरीज ऑक्सीजन या वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं उसके अनुसार, राज्य को तीन हजार ऑक्सीजन बेड तथा डेढ़ हजार मरीजों को आइसीयू बेड की आवश्यकता होगी। वहीं, लगभग एक हजार वेंटिलेटर बेड की आवश्यकता होगी।

वैसे मरीज जिनकी स्थिति माइल्ड है उनमें लिए भी लगभग ढाई हजार बेड की जरूरत होगी तथा इनके लिए भी ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। ऐसे में ऑक्सीजन बेड की आवश्यकता 5,500 हो जाएगी। बेड की वर्तमान स्थिति की बात करें तो फिलहाल सबसे अधिक कमी राजधानी रांची में है जहां सरकारी एवं निजी दोनों अस्पतालों के बेड भरे हैं। मरीजों को बेड नहीं मिल रहा है। इसके अलावा धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो में भी बेड की कमी की बात सामने आ रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, रांची में बेड की आक्यूपेंसी रेट 78 फीसद ही दिखाई जा रही है। वहीं, धनबाद में 72 तथा पूर्वी सिंहभूम में 62 फीसद बेड भरे दिखाए जा रहे हैं।

एक सप्ताह बाद कितने बेड, ऑक्सीजन व रेमडेसिविर की पड़ेगी जरूरत

बेड/दवा वर्तमान में उपलब्ध - वर्तमान में भरे - आवश्यकता (अगले सप्ताह तक)

ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड 4194 5,500 आइसीयू बेड 640 1500 वेंटिलेटर 621 1000 रेमडेसिविर शून्य पांच हजार (प्रतिदिन) 

संक्रमित मरीजों की संख्या अब 25 हजार से पार, राज्यपाल लौटीं राजभवन

राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 25 हजार से भी अधिक हो गई है। राज्य में शनिवार तक संक्रमित मरीजों की संख्या 25,619 पहुंच गई थी। रविवार को भी इसमें मरीजों की बड़ी संख्या जुड़ने की संभावना है। राज्य में रविवार को भी बड़ी संख्या में नए संक्रमित मिले हैं। शाम तक हुई जांच में सरायकेला खरसावां में 104, सिमडेगा में 96, लाेहरदगा में 71, दुमका में 63, जामताड़ा में 21 तथा पाकुड़ में दो संक्रमित की पुष्टि हो चुकी थी। राज्य में अबतक मिले कुल मामले में वर्तमान में सौ में 16 संक्रमित हैं।

एक सप्ताह में 218 कोरोना संक्रमित मरीजों की हुई मौत

राज्य में विगत एक सप्ताह में 218 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इधर, राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू रविवार को मेडिका अस्पताल से वापस राजभवन आ गई हैं। राज्यपाल फिलहाल राजभवन में ही आइसोलेशन में रहेंगी। कोरोना संक्रमित होने के बाद शनिवार को उन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना से संबंधित किसी तरह के लक्षण नहीं होने के कारण चिकित्सकों के सलाह पर रविवार को अपराह्न 3:30 बजे खुद को डिस्चार्ज कराकर वे राजभवन वापस लौट गईं। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, कोरोना संक्रमित होने के बाद भी राज्यपाल पूरी तरह से स्वस्थ है। एहतियात के लिए भर्ती होने के बाद कुछ जरूरी जांच कराई गई थी, जिसमें सभी रिपोर्ट सामान्य आई। राज्यपाल होम आइसोलेशन में ही चिकित्सकों के संपर्क में रहेंगी।

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