केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर झारखंड कांग्रेस का प्रदर्शन, धरना पर बैठे प्रदेश अध्यक्ष
Lakhimpur Kheri Case Jharkhand News Political Updates राजभवन के समक्ष कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व अन्य नेता मौन व्रत पर बैठे। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल बर्खास्त करने तथा लखीमपुर में जघन्य हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि लखीमपुर खीरी की घटना को देश ही नहीं, पूरा विश्व देख रहा है। उत्तर प्रदेश में कमजोर, गरीब और किसानों का दमन हो रहा है। वे राजभवन के समक्ष सोमवार को आयोजित मौन व्रत कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। राजभवन के समक्ष लखीमपुर खीरी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीड़ितों को न्याय दिलाने और इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर पार्टी ने सुबह 10 बजे से दाेपहर एक बजे तक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का आयोजन किया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का शासन सिर्फ कमजोर व्यक्ति पर चलता है। शक्तिशाली व्यक्ति के सामने वे नतमस्तक हो जाते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपना राजधर्म याद करना चाहिए और यह समझना चाहिए कि सरकार का इकबाल कमजोरों को दबाकर स्थापित नहीं होता। कांग्रेस तब तक आंदोलन करती रहेगी, जब तक अन्नदाताओं को न्याय नहीं मिलता और जांच को प्रभावित कर सकने वाले गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र की बर्खास्तगी नहीं हो जाती।
कांग्रेस विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि देश के अन्नदाताओं के आंदोलन को कुचलने वाले लोग अब किसानों को ही कुचलने में लगे हैं। भाजपा नीत केंद्र सरकार हो या उत्तर प्रदेश सरकार, इन्हें राजधर्म का पालन करना चाहिए। वित्त मंत्री डा. रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मुखर विरोध और सर्वाेच्च अदालत में सरकार की किरकिरी के बाद आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी हुई है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमें आत्मचिंतन करना चाहिए।
केंद्र सरकार से कोई उम्मीद नहीं है कि वो कोई आत्मचिंतन करे। ऐसी स्थिति कैसे पैदा हो जाती है कि गृह राज्यमंत्री अपने पद पर आज भी बरकरार हैं। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि आज हम ये सवाल पूछना चाहते हैं कि गृह राज्यमंत्री को उस पद पर बने रहने का अधिकार किसने दिया, क्यों दिया, कब तक दिया है। कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा ने कहा कि स्मरण रहे, दो बार राजधर्म की सलाह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दी, दोनों बार ठुकराई गई।
एक व्यक्ति जिसने ठुकराया, वो आज प्रधानमंत्री है, दूसरा व्यक्ति जिसने ठुकराया, आज वो गृह राज्य मंत्री है। कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर, विधायक राजेश कच्छप, ममता देवी, प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, आभा सिन्हा, कुमार राजा, एम. तौसीफ, अमूल्य नीरज खलखो, केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, संजय लाल पासवान, रमा खलखो, आदित्य विक्रम जायसवाल, गजेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।