झारखंड में लॉकडाउन लगाने पर CM हेमंत ने कहा... अभी और कड़े कदम उठाएगी सरकार
Jharkhand Complete Lockdown झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि सरकार कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाने के लिए अभी और कड़े कदम उठाएगी। सीएम ने कहा कि राज्य में वर्तमान हालात को देखते हुए कोरोना की चेन को तोड़ना निहायत जरूरी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Complete Lockdown मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रित करने की दिशा में सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है। लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए कोरोना की चेन को तोड़ना निहायत जरूरी है, ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। इस सिलसिले में कड़े कदम उठाने पर झारखंड सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में देश और मानव हित में झारखंड अपनी जरूरतों के साथ अन्य राज्यों की जरूरतों को भी पूरा करने का प्रयास कर रहा है। झारखंड देश को बड़े पैमाने पर लगभग 600 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहा है। कोरोना से जंग में आवश्यक संसाधनों की कमी किसी राज्य को नहीं होने दी जाएगी। हम अपने संसाधनों से दूसरों को उनकी जरूरत के हिसाब से संसाधन मुहैया कराएंगे।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM की अध्यक्षता राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि को दो सप्ताह विस्तारित करने का निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 27 मई की सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगा 1/3— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) May 12, 2021
आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचेगी कोरोना किट
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाके में कोरोना को लेकर दवाइयों की कोई किल्लत नहीं होने दी जाएगी। सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कोरोना मेडिकल किट को लोगों तक पहुंचाने का निर्देश दे चुकी है। अबतक 45 हजार से ज्यादा कोरोना मेडिकल किट का वितरण किया जा चुका है।
300 एक्स आर्मी मैन कोरोना वॉरियर्स के रूप में देंगे सेवा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिक कल्याण बोर्ड के द्वारा उन्हें बताया गया है कि कोविड-19 से निपटने की दिशा में वे सरकार को हरसंभव मदद को तैयार हैं। इस सिलसिले में 300 एक्स आर्मी मैन कोरोना वॉरियर्स के रूप में अपनी सेवा देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस महामारी ने पूरे देश में स्वास्थ्य से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरतों को अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में चिकित्सकों, नर्सों, पारा मेडिकल कर्मी और अन्य मैन पावर की कमी से सरकार अवगत है। इस दिशा में अगर कोई अवकाश प्राप्त चिकित्सक या अन्य कर्मी अपनी सेवा देने को इच्छुक हैं, तो वे इसकी जानकारी दें। सरकार इस दिशा में उनकी सेवा लेने के लिए जरूरी पहल करेगी। उन्होंने सांसदों और विधायकों से भी कहा कि अगर उनके संपर्क में ऐसे मैन पावर हैं, तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराएं।
राज्य में अब 10 हजार से अधिक ऑक्सीजन युक्त बेड
मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआती दिनों में राज्य में मात्र कुछ सौ ऑक्सीजनयुक्त बेड थे, लेकिन आज इसकी संख्या बढ़कर 10 हजार से ज्यादा हो चुकी है। बेडों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। इसके अलावा आईसीयू बेड तथा वेंटिलेटर्स की संख्या में भी इजाफा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वेंटिलेटर्स इंस्ट़ॉल करने के लिए दक्ष तकनीशियन की जरूरत है, लेकिन इनकी संख्या कम है। इस वजह से कई अस्पतालों में वेंटिलेटर्स को इंस्टॉल नहीं किया जा सका है। सरकार इस दिशा में भी गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि लोग वेंटिलेटर तक नहीं पहुंचें, इससे पहले ही वे स्वस्थ होकर अपने घर चले जाएं, यह सरकार की विशेष प्राथमिकता है।
सदर अस्पतालों में लगाए जा रहे पीएसए
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी सदर अस्पतालों में पीएसए लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। यहां जेनरेटर की भी व्यवस्था होगी। इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहल शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडर की भी पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने कहा कि कोविड सर्किट के माध्यम से ऑक्सीजनयुक्त बेड और संजीवनी वाहन के जरिए ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों को इमरजेंसी में उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन फ्लोमीटर की किल्लत से निपटने की दिशा में सरकार को सार्थक सफलता मिली है। इंडो डेनिश टूल रूम ने फ्लोमीटर का डिजाइन तैयार कर लिया है। जल्द ही इसका उत्पादन भी शुरू हो जाएगा।
टीकाकरण को लेकर ग्रामीण इलाकों में भ्रांतियों को तोड़ना जरूरी
मुख्यमंत्री को सांसद और विधायकों ने अवगत कराया कि ग्रामीण इलाके में कोरोना टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच काफी भ्रांतियां हैं। वे टीका लगवाने से डर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रम पैदा कर रहे लोगों को चिन्हित करने के साथ लोगों को जागरूक करना नितांत जरूरी है। मुख्यमंत्री ने सांसदों और विधायकों से कहा कि लोगों के बीच टीकाकरण को लेकर जागरुकता फैलाने में आप सहयोग करें। इसमें तमाम संगठनों की भी मदद लें। मानकी मुंडा, ग्राम प्रधानों को भी विश्वास में लिया जाए, ताकि लोग टीकाकरण के लिए खुद आगे आएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना की पहली लहर में ग्रामीण इलाके में लोगों ने बैरियर अथवा अन्य माध्यमों से बाहरी लोगों के प्रवेश को रोकने की कोशिश की थी, वैसी पहल फिर से करें। इससे कोरोना की चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी।
18 साल से ज्यादा उम्र वालों के टीकाकरण की तैयारियां पूरी
राज्य में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकऱण 14 मई से शुरू होगा। इसे लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकऱण को लेकर तीस हजार लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, जबकि इस अभियान के लिए चार लाख के लगभग टीके उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान के लिए 7 लाख कोविशील्ड के टीके केंद्र सरकार उपलब्ध कराए, ताकि जिन्हें कोविशील्ड का पहला टीका लग चुका है उन्हें दूसरा डोज दिया जा सके।
अर्जुन मुंडा समेत तमाम सांसद-विधायकों ने दिए सुझाव
मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद विद्युत वरण महतो, सुदर्शन भगत, गीता कोड़ा, संजय सेठ, महेश पोद्दार, दीपक प्रकाश, धीरज साहू, समीर उरांव के अलावा मंत्री चंपई सोरेन और मंत्री जोबा मांझी, विधायक रामदास सोरेन, संजीव सरदार, मंगल कालिंदी, दीपक बिरुआ, नीरल पुरती, सुखराम उरांव, दथरथ गागराई, सोनाराम सिंकू, सरयू राय, सविता महतो, विकास कुमार मुंडा, राजेश कच्छप, भूषण बाड़ा, नमन विक्सल कोनगाड़ी, कोचे मुंडा, नीलकंठ सिंह मुंडा, सीपी सिंह, समरी लाल, सुदेश महतो और बंधु तिर्की ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव को लेकर अपने सुझाव दिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त-सह- अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग श्री अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव श्री विनय कुमार चौबे मौजूद थे।