आने वाली पीढ़ी को हरा-भरा प्रदेश सौंपना हमारी जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री

रांची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रत्येक झारखंडवासी को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए इसके प्रति जागरूक रहने की नसीहत दी है। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शुक्रवार को डोरंडा में वन भवन परिसर में उन्होंने खुद पौधा भी लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले पीढ़ी को भी हम हरा-भरा प्रदेश सौंपें यह हम सभी की जिम्मेदारी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 01:36 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 01:36 AM (IST)
आने वाली पीढ़ी को हरा-भरा प्रदेश सौंपना हमारी जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री
आने वाली पीढ़ी को हरा-भरा प्रदेश सौंपना हमारी जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रत्येक झारखंडवासी को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए इसके प्रति जागरूक रहने की नसीहत दी है। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शुक्रवार को डोरंडा में वन भवन परिसर में उन्होंने खुद पौधा भी लगाया। सीएम ने कहा कि हमारा प्रदेश जितना हरा-भरा रहेगा, झारखंडवासियों की जिंदगी उतनी ही खुशहाल होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले पीढ़ी को भी हम हरा-भरा प्रदेश सौंपें, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। सीएम ने कहा कि मौजूदा समय में पर्यावरण को लेकर पूरे विश्व में चर्चाएं हो रही हैं। मुझे लगता है कि इसकी जरूरत इसलिए पड़ी है, क्योंकि पूर्व में पर्यावरण के साथ काफी खिलवाड़ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर इस परिसर में हम सभी लोग एकत्रित हुए हैं। यह संकल्प लेने का दिन है। सभी अपने-अपने स्तर पर पौधारोपण करें और हरे-भरे झारखंड के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि बायोडायवíसटी की परिकल्पना को हम सभी को मिलकर साकार करना है। इस मौके पर वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक शशि नंदकुलियार, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष एके रस्तोगी, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव राजीव लोचन बक्शी सहित कई लोग मौजूद थे।

---------- सीएम से मिले कपड़ा व्यवसायी, दुकानें खोलने का किया अनुरोध

रांची : झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ के शिष्टमंडल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर उनसे कपड़े के प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति देने का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा झारखंड में अब तक कपड़ा व्यापार को संचालन करने की अनुमति नहीं देने से इससे जुड़े व्यवसायियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा, मौजूदा समय में जीवन और जीविका दोनों चुनौती से हम जूझ रहे हैं। अभी हम जीवन बचा रहे हैं। जीविका के लिए धीरे-धीरे छूट दी जा रही है। अगले दो दिनों के भीतर एक बार फिर समीक्षा की जाएगी। स्थितियों का आकलन किया जाएगा। स्थिति ठीक रही, तो कुछ सेक्टर को रियायत दी जाएगी। मौके पर मुक्ति संस्था के अध्यक्ष एवं झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण लोहिया ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री को सौंपा। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ राची के अध्यक्ष अनिल जालान, सचिव विक्रम खेतावत, पूर्व अध्यक्ष पंकज पोद्दार, रेडीमेड संघ के रोहित पोद्दार शामिल थे।

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