Jharkhand CM हेमंत सोरेन के सचिवालय में 2 बड़े अफसरों की मौत, कर्मियों में हड़कंप

Coronavirus in Jharkhand सचिवालय सेवा के दो और अधिकारियों की मौत हो जाने से कर्मियों में घबराहट और बढ़ गई है। जल संसाधन विभाग के अवर सचिव गजेश्वर महतो और भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव रमाशंकर प्रसाद के निधन से कर्मी आहत हैं और घबराए हुए हैं।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 07:34 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 05:17 AM (IST)
Jharkhand CM हेमंत सोरेन के सचिवालय में 2 बड़े अफसरों की मौत, कर्मियों में हड़कंप
Coronavirus in Jharkhand: झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन।

रांची, राज्य ब्यूरो। Coronavirus in Jharkhand राज्य सचिवालय में अधिसंख्य कर्मी सोमवार को काम पर नहीं आए। एक दिन पहले ही कर्मियों की ओर से सचिवालय सेवा संघ ने तमाम अधिकारियों को लिखकर दे दिया था कि कर्मी 19 से 23 अप्रैल तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इससे सामान्य कामकाज प्रभावित होने का भी अनुमान है। इस बीच, रविवार से लेकर सोमवार तक सचिवालय सेवा के दो और अधिकारियों की मौत हो जाने से कर्मियों में घबराहट और बढ़ गई है।

जल संसाधन विभाग के अवर सचिव गजेश्वर महतो और भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव रमाशंकर प्रसाद के निधन से कर्मी आहत हैं और घबराए हुए हैं। पूरे मामले में महत्वपूर्ण बात यह है कि मुख्य सचिव ने स्वयं सचिवालय सेवा संघ के प्रतिनिधियों को बुलाकर उनकी बातों का संज्ञान लिया। सचिवालय सेवा संघ के महासचिव पिकेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्य सचिव ने कर्मियों के पक्ष को गंभीरता से समझा और आवश्यक व आपात कार्यों को बाधित नहीं करने की बात कही, जिसपर सचिवालय सेवा संघ के कर्मी तैयार हो गए।

कोरोना मरीजों को उनके जिलों में ही इलाज मुहैया कराने की कवायद

कोरोना संक्रमण के इस दौर में रांची में एक हजार अतिरिक्त ऑक्सीजन युक्त बेड का प्रबंध किया जा रहा है लेकिन जिलों को सख्ती से ताकीद कर दिया गया है कि अकारण ही मरीजों को रांची रेफर ना करें। अधिकारी इस बात पर अधिक फोकस कर रहे हैं कि जिलों में ही मरीजों को यथासंभव इलाज का प्रबंध करा दिया जाए। इस बीमारी में जिन दवाओं की आवश्यकता है और जो विशेषज्ञता चाहिए वह जिलों में भी है और राजधानी में भी। ऐसे में राजधानी में अकारण भीड़ बढ़ने से परेशानी भी बढ़ रही है।

ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बेड बढ़ाने की मशक्कत

राज्य सरकार ने सभी जिलों में हालात पर निगरानी रखने के लिए सीनियर आइएएस अधिकारियों को दायित्व दिया है और सभी अपने-अपने स्तर से निगरानी कर रहे हैं और यथासंभव निर्देश भी दे रहे हैं। वित्त सचिव अजय कुमार सिंह ने जानकारी दी कि धनबाद और देवघर में तेजी से बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। प्राइवेट अस्पतालों को भी मरीजों के इलाज में लगाया गया है। नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे ने बताया कि सभी जिलों में ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है और मुख्यमंत्री के आदेश पर प्रमंडल स्तर पर भी बेड तैयार हो रहे हैं।

स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आएगी

इससे अकारण भागदौड़ पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। कृषि सचिव अबू बकर सिद्दीख पी. ने बताया कि गढ़वा और पलामू में ऐसी व्यवस्था की जा रही है जिससे पाइपलाइन से बेड तक ऑक्सीजन का प्रबंध होगा। सिलेंडर की अधिक आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मरीजों को भी जिलों में ही रोकने का निर्देश दिया गया है।

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