रांची के रिम्‍स में 528 बेड की क्षमता वाला कोविड अस्‍पताल तैयार, सीएम ने किया उद्घाटन

Jharkhand News Coronavirus Update Hindi Samachar सीएम ने अपने आवासीय कार्यालय से ऑनलाइन उद्घाटन किया। सीएम ने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटर समेत अन्य चिकित्सकीय संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 05:40 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:56 PM (IST)
रांची के रिम्‍स में 528 बेड की क्षमता वाला कोविड अस्‍पताल तैयार, सीएम ने किया उद्घाटन
Jharkhand News, Coronavirus Update, Hindi Samachar सीएम ने उद्घाटन किया।

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। Jharkhand News, Coronavirus Update, Hindi Samachar झारखंड के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सीय संसाधनों की कमी नहीं हो, इसके लिए राज्य सरकार ने युद्धस्तर पर प्रयास किए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में जैसे-जैसे चुनौतियां सामने आ रही है, व्यवस्था और सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रिम्स में 528 बेडों की क्षमता वाले अस्थायी कोविड अस्पताल का ऑनलाइन उद्घाटन करते हुए ये बातें कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटर समेत अन्य चिकित्सकीय संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं।

इस कड़ी में रिम्स में बने अस्थायी कोविड अस्पताल से मरीजों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग जारी है और आगे भी मजबूती के साथ जारी रहेगी। बेहतर प्रबंधन और राज्यवासियों के सहयोग से कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में हम जीत हासिल करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का और सचिव विनय कुमार चौबे, रिम्स से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक समरी लाल और विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के अलावा सांसद संजय सेठ और रिम्स के निदेशक डाॅ. कामेश्वर प्रसाद ऑनलाइन मौजूद थे।

12 दिनों में बनकर तैयार हुआ अस्थायी कोविड अस्पताल

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान हालात में रिम्स में समुचित चिकित्सकीय संसाधनों के साथ अस्थायी कोविड अस्पताल बनाना किसी चुनौती से कम नहीं था। स्वास्थ्य विभाग और रिम्स के तमाम पदाधिकारियों और कर्मियों के सहयोग से मात्र 12 दिनों में ही यह अस्पताल बनकर तैयार हो गया। यहां संक्रमितों के इलाज के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। अस्पताल में 24 घंटे चिकित्सक, नर्स, वार्ड ब्वॉय उपलब्ध रहेंगे। यहां मरीजों की सहूलियत के लिए हेल्प डेस्क भी कार्य कर रहा है।

मेडिकल कॉलेजों पर ज्यादा दबाव

मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची, धनबाद और जमशेदपुर में स्थित मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का सबसे ज्यादा दबाव है। यहां इलाज के लिए सबसे ज्यादा संक्रमित पहुंच रहे हैं। ऐसे मे इन मेडिकल कॉलेजों के लिए सरकार उनकी जरूरतों के हिसाब से कार्य योजना लगातार बना रही है। इन्हें ज्यादा से ज्यादा संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि संक्रमितों के इलाज में किसी तरह की दिक्कतें नहीं आए। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।

इसी के मद्देनजर अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटरों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जा रही है। रिम्स और सदर के अलावा नगर निगम के अस्पताल और डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा अस्पताल में ऑक्सीजन युक्त बेड लगाए गए हैं, वहीं कोडरमा में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में 220 नए बेड और सदर अस्पताल में 20 अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप लाइन युक्त बेडों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जैसे-जैसे जरूरतें बढ़ेंगी, बेड भी बढ़ाए जाएंगे।

मरीजों को होगी सहूलियत

रिम्स परिसर में बनाए गए अस्थायी कोविड अस्पताल से मरीजों को बेड मिलने में काफी सहूलियत हो जाएगी। रिम्स के मल्टीस्टोरी पार्किंग में 327 ऑक्सीजन युक्त बेड, ओंकोलॉजी डिपार्टमेंट में 73 आइसीयू बेड और रिम्स की पुरानी बिल्डिंग में 128 ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा एनटीपीसी के सहयोग से 108 और बेड लगाए जा रहे हैं। इस तरह रिम्स में कोविड-19 को लेकर ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़कर लगभग 800 और वेंटिलेटर भी लगभग ढ़ाई सौ हो गए हैं।

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