Covid Test Drive: झारखंड के गांवों में आज से कोरोना जांच अभियान, हर घर की होगी जांच...
Covid Test Drive in Jharkhand सरकार कोरोना का संक्रमण कम करने के लिए अब गांवों पर फोकस कर रही है। इस कड़ी में गांवों में कोरोना जांच का विशेष अभियान मंगलवार से शुरू होकर पांच जून तक चलेगा। एक लाख से अधिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों की जांच करेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। Covid Test Drive in Jharkhand झारखंड सरकार कोरोना का संक्रमण कम करने के लिए अब गांवों पर फोकस कर रही है। इस कड़ी में गांवों में कोरोना जांच का विशेष अभियान मंगलवार से शुरू होगा जो पांच जून तक चलेगा। इस दौरान एक लाख से अधिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों की जांच करेंगे। लक्षण पाए जाने पर उनकी कोरोना जांच भी होगी। इस अभियान से पता चल पाएगा कि गांवों में कोरोना का संक्रमण कितना है।
इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के राज्य आइईसी नोडल पदाधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी, होम आइसोलेशन व 104 हेल्पलाइन के राज्य नोडल पदाधिकारी भुवनेश प्रताप सिंह तथा ऑक्सीजन के राज्य नोडल पदाधिकारी आदित्य रंजन ने कहा कि प्रत्येक पंचायतों में दो-दो टीमें जाएंगी। पहली टीम में सहिया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा सखी मंडल की सदस्य होंगी जो घर-घर जाकर थर्मल गन व ऑक्सीमीटर से क्रमश: तापमान व ऑक्सीजन की जांच करेगी।
टीम यह भी देखेगी कि उस घर में पिछले कुछ दिनों में कोई बीमार पड़ा है या कोई मृत्यु हुई है या नहीं। यह टीम किसी भी तरह के कोरोना की संभावना होने पर संबंधित व्यक्ति की कोरोना जांच के लिए दूसरी टीम को रेफर करेगी। दूसरी टीम में प्रशिक्षित एएनएम हाेंगी जो रैपिड एंटीजन किट से संबंधित व्यक्ति की कोरोना की जांच होगी। जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें किट देकर आइसोलेशन में भेजा जाएगा।
रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी यदि किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण होंगे तो वे भी आइसाेलेट किए जाएंगे तथा उनकी आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी। किसी संक्रमित में स्वास्थ्य संबंधित समस्या आने पर उन्हें प्रखंड स्तर पर बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाएगा। सभी ऐसे सेंटरों पर एक-एक एंबुलेंस तैनात किए गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर किसी मरीज को दूसरे बड़े कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा सके।
फैक्ट फाइल 40 हजार सहिया, 30 हजार आंगनबाड़ी सेविका व सखी मंडल की सदस्य घर-घर सर्वे करेंगी और संभावित मरीजों की पहचान करेंगी। 10 हजार एएनएम, दो हजार कम्युनिटी हेल्थ आफिसर, दो हजार मल्टीपर्पस वर्कर्स कोरोना जांच का काम करेंगी। इन्हें इसके लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है।