झारखंड से आई अच्छी खबर, कम हुई मौतें, घटी पॉजिटिवटी रेट, तेजी से स्वस्थ हो रहे कोरोना संक्रमित...
Jharkhand News झारखंड में कोरोना वायरस की पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। 26 अप्रैल से लेकर दो मई के बीच यह दर 15.85 फीसद थी। तब सौ लोगों की जांच में लगभग 16 लोग संक्रमित मिल रहे थे। तीन से नौ मई के बीच यह 12.09 हो गई।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News झारखंड में कोरोना वायरस के साप्ताहिक संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) में कमी आई है। राज्य में 26 अप्रैल से लेकर दो मई के बीच यह दर 15.85 फीसद थी। अर्थात प्रत्येक सौ लोगों की जांच में लगभग 16 लोग संक्रमित मिल रहे थे। तीन से नौ मई के बीच यह दर घटकर 12.09 हो गई। इस बीच प्रत्येक सौ लोगों की जांच में 12 ही संक्रमित मिले। विभिन्न जिलों की बात करें पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह तथा पाकुड़ को छोड़कर सभी जिलों में इस दर में कमी दर्ज की गई है। पश्चिमी सिंहभूम में चार फीसद तो गिरिडीह व पाकुड़ में आंशिक वृद्धि हुई है। हालांकि 15 जिले ऐसे हैं जहां अभी भी संक्रमण दर 10 फीसद से अधिक है। इनमें हजारीबाग, बोकारो, पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, पूर्वी सिंहभूम, रामगढ़, कोडरमा, गढ़वा, गुमला, रांची, पलामू, लोहरदगा, गोड्डा, चतरा तथा खूंटी शामिल हैं। अन्य सभी जिलों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट दस फीसद से अधिक है।
इधर, मंगलवार को पाकुड़ में 239, रामगढ़ में 172, कोडरमा में 121, गढ़वा में 116, गोड्डा में 66, सरायकेला में 59 तथा दुमका में 37 नए संक्रमित मिले। अन्य जिलों में भी कमोबेश नए मरीज मिले हैं। राहत की बात यह है कि सरायकेला में 76, गोड्डा में 72, पाकुड़ में 116, गढ़वा में 41, कोडरमा में 309, दुमका में 171, रामगढ़ में 248 मरीज स्वस्थ भी हुए। वहीं, रामगढ़ में चार, सरायकेला व गढ़वा में तीन-तीन तथा कोडरमा में दो मरीज की मौत इलाज के क्रम में हो गई।
सैंपल जांच में कब कितनी पाजिटिवटी रेट
जिला - 26 अप्रैल से 2 मई - तीन मई से नौ मई
नोट : सभी आंकड़े प्रतिशत में हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया को लेकर किया अलर्ट
स्वास्थ्य विभाग ने नगर निकायों को मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया आदि मच्छर जनित रोगों को लेकर अलर्ट किया है। कहा है कि कोरोना के साथ ये बीमारियां भी पनपने से स्थिति और भयावह हो सकती है। इसलिए इससे बचने को लेकर आवश्यक कदम मानसून आने से पहले उठाए जाएं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के निदेशक रविशंकर शुक्ला ने सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि मानसून के आगमन के साथ मच्छरों से होने वाली बीमारियां मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है।
कोरोना के साथ ये बीमारियां होने से स्थिति हो सकती है भयावह
कोरोना के साथ ये बीमारियां भी होने से स्थिति खराब हो सकती है। इससे बचने के लिए उन्होंने निकाय क्षेत्राें में व्यापक स्वच्छता अभियान मानसून आने से पहले चलाने को कहा है। साथ ही जलजमाव वाले स्थलों को नष्ट करने तथा लार्वानाशी दवा का छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लार्वा घनत्व का सर्वेक्षण कर अधिक घनत्व वाले क्षेत्रों में फागिंग करने को भी कहा है। किसी क्षेत्र में एक भी मरीज मिलने पर भी यह कार्य किया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने निकायों को गाडलाइन भी भेजी है।