Jharkhand Budget Session 2021: एक बार फिर आमने-सामने होंगे ये कद्दावर, होगी गर्मागर्म बहस...

Jharkhand Budget Session 26 फरवरी से आरंभ हो रहे झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के गर्म होने के पूरे आसार हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट के साथ ही कोरोना काल का रिपोर्ट कार्ड राज्य सरकार पेश करेगी। इस दौरान कामकाज के रिपोर्ट कार्ड पर विपक्ष हमलावर रहेगा।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 06:49 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 06:45 PM (IST)
Jharkhand Budget Session 2021: एक बार फिर आमने-सामने होंगे ये कद्दावर, होगी गर्मागर्म बहस...
Jharkhand Budget Session 26 फरवरी से शुरू हो रहे झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के गर्माने के आसार हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Budget Session 26 फरवरी से शुरू हो रहे झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में जनहित और राजनीतिक एजेंडों से जुड़े मसलों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव तय माना जा रहा है। इसके संकेत बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो के स्तर से बुलाई गई विधायक दल की बैठक में ही मिल गए। नेता प्रतिपक्ष के मसले पर हुई क्षणिक चर्चा सत्र के दौरान चरम पर होगी, यह तय है। इस राजनीतिक एजेंडे के अलावा अन्य मसले पर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव देखने को मिलेगा।

बजट सत्र के दौरान राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश करने के साथ-साथ कोरोना संक्रमण काल के दौरान किए गए कार्यों का लेखा-जोखा भी पेश करने की तैयारी कर रही है। वहीं, मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अपनी सहयोगी आजसू के साथ राज्य सरकार को मुद्दों पर घेरने की तैयारी की है। बजट सत्र की तैयारियों को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने विधायक दल की बैठक बुलाई है।

कांग्रेस ने बुधवार को ही विधायक दल की बैठक कर सत्र की तैयारियों पर अपने विधायकों से विमर्श किया। हालांकि सत्ता पक्ष की समेकित बैठक 25 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास होगी। वहीं, भाजपा विधायक दल की बैठक 27 फरवरी को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में बुलाई गई है। विधानसभा सत्र के दौरान बतौर मुख्य विपक्षी दल भाजपा पूरे तेवर में दिखेगी।

विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने बुधवार को विधानसभा में मीडिया से बातचीत में इसके संकेत दे दिए। स्पष्ट कहा कि भाजपा नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर आक्रामक तेवर अपनाएगी। अगर सरकार चाहेगी तो सदन चलेगा, नहीं चाहेगी तो नहीं चलेगा। हमारे पास मुद्दे ही मुद्दे हैं। सरकार ने हमें खुली पिच दी है। जाहिर है भाजपा के तेवर तल्ख हैं।

किसानों, आदिवासियों, युवाओं, महिलाओं से जुड़े तमाम मसलों पर विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी की है। रणनीति को 27 को होने वाली विधायक दल की बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा। 

महंगाई और पेट्रो उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी पर लंबी लड़ाई को कांग्रेस तैयार

महंगाई और पेट्र्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस लंबी लड़ाई लड़ने की तैयारी में जुटी है। पार्टी को विरोध तो राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा है लेकिन झारखंड में संगठन को इसी माध्यम से धारदार और आक्रामक बनाने की रणनीति पर भी काम हो रहा है। पार्टी का एजेंडा है कि आम लोगों का ध्यान अधिक से अधिक उन मुद्दों की ओर रखा जाए जिसके आधार पर केंद्र सरकार को घेरा जा सके।

इसी क्रम में गुरुवार को मोरहाबादी स्थित बापू प्रतिमा से कांग्रेस मुख्यालय तक साइकिल चलाकर केंद्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ पहुंचेंगे। यहां वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. रामेश्वर उरांव और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के साथ संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करेंगे। प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेस के सीनियर नेता इन्हीं मुद्दों पर प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। इसके लिए प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने विभिन्न जिलों के लिए कांग्रेस जनों को जिम्मेदारी सौंप दी है। प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने बताया कि अध्यक्ष रामेश्वर उरांव से अनुमति लेकर जिन नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है, वे सभी गुरुवार को जिलों में मौजूद रहेंगे।

नेताओं को जिलावार जिम्मेदारी बोकारो - राकेश सिन्हा, लोहरदगा - सन्नी टोप्पो, सिमडेगा - रमा खलखो, गुमला - अमूल्य नीरज खलको, खूंटी - आभा सिन्हा, रामगढ़ - शमशेर आलम, हजारीबाग - सुनील सिंह, गिरिडीह - ईश्वर आनंद, चतरा - जमाल अहमद, धनबाद - शाहजादा अनवर, कोडरमा - डा. सीपी संतन, पलामू - भीम कुमार, गढ़वा - चन्द्रशेखर शुक्ला, लातेहार - डा. अजय शाहदेव, पूर्वी सिंहभूम - ज्योति सिंह मथारू, पश्चिमी सिंहभूम - प्रभाकर तिर्की, सरायकेला - अजय नाथ शाहदेव, दुमका - राजेंद्र दास, देवघर - सुल्तान अहमद, गोड्डा - अनिल ओझा, साहेबगंज - बिन्दु मंडल, पाकुड़ - अशोक पासवान, जामताड़ा - रणविजय सिंह।

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