कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबले की तैयारी, झारखंड में जल्‍द होगी चिकित्‍सकों की नियुक्ति

राज्य सरकार कोरोना से निपटने को लेकर कई स्तर पर तैयारियां कर रही है। इनमें चिकित्सकों की नियुक्ति भी शामिल है। नियुक्ति पर स्वीकृति मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कुल 455 पदों पर नियुक्ति के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग को अनुशंसा भेज दी है।

By Brajesh MishraEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 01:12 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 01:12 PM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबले की तैयारी, झारखंड में जल्‍द होगी चिकित्‍सकों की नियुक्ति
झारखंड में होने वाली है चि‍कित्‍सकों की बहाली।

रांची,राज्य ब्यूरो। राज्य सरकार कोरोना से निपटने को लेकर कई स्तर पर तैयारियां कर रही है। इनमें चिकित्सकों की नियुक्ति भी शामिल है। चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग से लेकर कार्मिक विभाग में फाइलें सरपट दौड़ीं। एक माह के भीतर नियुक्ति पर स्वीकृति मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कुल 455 पदों पर नियुक्ति के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग को अनुशंसा भेज दी है। इन पदों पर नियुक्ति तीन अलग-अलग प्रतियोगिता परीक्षाओं के आधार पर होगी। इनमें चिकित्सा पदाधिकारी नियुक्ति परीक्षा, असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति परीक्षा तथा दंत चिकित्सक नियुक्त परीक्षा शामिल है।

जिन पदों पर नियुक्ति होगी उनमें रिम्स को छोड़कर राज्य के पांच मेडिकल कालेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर होनेवाली नियुक्ति भी शामिल है। इनके अलावा सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा पदाधिकारियों, दंत चिकित्सकों, वरीय दंत चिकित्सकों तथा जिला दंत चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्त शामिल हैं।

दंत चिकित्सकों को छोड़कर अन्य पदों पर साक्षात्कार से होगी नियुक्ति

दंत चिकित्सकों को छोड़कर सभी पदों पर होनेवाली नियुक्ति शैक्षणिक प्राप्तांकों तथा साक्षात्कार के माध्यम से होगी। दंत चिकित्सकों की नियुक्ति लिखित परीक्षा तथा साक्षात्कार के आधार पर होगी। सौ-सौ अंकों के दो पत्रों की लिखित परीक्षा होगी जिनमें वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे। 50 अंकों का साक्षात्कार होगा।

वरीय दंत चिकित्सक व जिला दंत चिकित्सा पदाधिकारी के लिए अनुभव जरूरी

वरीय दंत चिकित्सक तथा जिला दंत चिकित्सा पदाधिकारी की नियुक्ति के लिए अनुभव जरूरी है। वरीय दंत चिकित्सक पद के लिए चार वर्ष तथा जिला दंत चिकत्सा पदाधिकारी के लिए बीडीएस की योग्यता के अलावा किसी सरकारी तथा मान्यता प्राप्त संस्थानों में क्रमश: चार तथा सात वर्ष का अनुभव अनिवार्य होगा। चिकित्सा पदाधिकारियों के लिए एमबीबीएस, दंत चिकित्सकों के लिए बीडीएस तथा असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति के लिए एमडी या एमएस की योग्यता अनिवार्य होगी।

इन पदों पर होगी नियुक्ति

असिस्टेंट प्रोफेसर : 128

चिकित्सा पदाधिकारी : 234

दंत चिकित्सक : 61

वरीय दंत चिकित्सक : 20

जिला दंत चिकित्सा पदाधिकारी : 12

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