JAC 10th Result 2021 Topper: प्रतिभा का परचम, दिहाड़ी करने वाली महिला का बेटा बना टॉपर

Jharkhand Board 10 Class Result योग्यता और लगन हो तो कोई भी परिस्थिति बाधा नहीं बन सकती। हजारीबाग के बरही में दिहाड़ी करने वाली महिला के बेटे ने इसे साबित कर दिखाया है। सुभाष कुमार पढ़ने में शुरू से ही काफी मेधावी छात्र रहा है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:11 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 09:01 PM (IST)
JAC 10th Result 2021 Topper: प्रतिभा का परचम, दिहाड़ी करने वाली महिला का बेटा बना टॉपर
Jharkhand Board 10 Class Result बरही का रहने वाला सुभाष बना जिला टॉपर।

बरही (हजारीबाग), [प्रमोद विश्वकर्मा]। कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों...! इस कहावत को बरही धनवार पंचायत अंतर्गत दूरवर्ती गांव कोरियाडीह गांव के बालक सुभाष कुमार ने चरितार्थ कर दिखाया है। उसने अपनी योग्यता और लगन के बल पर जैक मैट्रिक परीक्षा 2021 में जिला टॉपर बना। सुभाष कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में 483 अंक प्राप्त किया। यानी 96 प्रतिशत से अधिक अंक लाया है।

होनहार बालक सुभाष कुमार के पिता बसंत प्रसाद का निधन उस समय हो गया था, जब वह काफी छोटा था। पिता के निधन के बाद घर की आर्थिक स्थिति और भी दयनीय हो गई। किंतु सुभाष कुमार की माता मंजू देवी, दादा डोमन महतो आदि परिवार के लोगों ने उसे काफी हिम्मत दिया। माता मंजू देवी दिहाड़ी मजदूरी करती है और दादा डोमन महतो मजदूरी व कृषि कार्य से जुड़े हैं।

घर की माली हालत खराब रहने व मेधावी होने के कारण सुभाष कुमार जिस उच्च विद्यालय करियातपुर में पढ़ाई करता है, वह उसी विद्यालय के बच्चों को खाली समय में पढ़ाता भी है। इससे उसकी पढ़ाई खर्च में मदद मिलती है। सुभाष कुमार कोरियाडीह में एक छोटे से घर में रहता है। यहां तक जाने के लिए जर्जर कच्ची सड़क है। बरसात में उसके घर तक गाड़ी तक नहीं पहुंचती।

सुभाष कुमार के जिला टॉपर बनने पर उसके उच्च विद्यालय करियातपुर के प्रधानाध्यापक जय गोविंद प्रसाद ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि योग्यता व सच्ची लगन हो तो कोई भी परिस्थिति बाधा नहीं बन सकती। यह बात सुभाष कुमार ने चरितार्थ कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि सुभाष कुमार पढ़ने में शुरू से ही काफी मेधावी छात्र रहा है। वह गरीबी के कारण विद्यालय में फीस नहीं दे पाता था, किंतु वह इतना स्वाभिमानी है कि फीस के बदले वह विद्यालय में खाली समय में खुद अपने नीचे के वर्ग के बच्चों को पढ़ाता भी था।

सहायक शिक्षक संदीप कुमार ने बधाई देते हुए कहा कि विद्यालय में पढ़ाने व बच्चों के ट्यूशन से उसका बहुत हद तक पढ़ाई वगैरह का खर्च निकलता है। ऐसे में उसके विद्यालय का शत-प्रतिशत रिजल्ट रहा। स्‍कूल के ज्यादातर विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं। कोरियाडीह गांव के पारा शिक्षक उपेंद्र प्रसाद कुशवाहा, महेश प्रसाद, पंसस संजय प्रसाद कुशवाहा आदि को जब पता चला कि सुभाष कुमार ने बरही कोरियाडीह का ही नहीं, बल्कि पूरे जिला का गौरव बढ़ाया है तो खुशी से फूले नहीं समाए। सुभाष कुमार के टॉपर बनने पर पूरे गांव में खुशी की लहर है।

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