मल्टी डिसिप्लिनरी कला में झरिया की बेटी ऐश्वर्या की धूम, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिल रही सराहना

Jharkhand Dhanbad News Multidisciplinary Artist धनबाद के झरिया की बेटी ऐश्‍वर्या मल्टी डिसिप्लिनरी कला में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूम मचा रही है। कई देशों में ऐश्वर्या के कला की सराहना हुई है। दो दशक में ऐश्वर्या इस क्षेत्र में एक कलाकार के रूप में स्थापित हो चुकी है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 01:22 PM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 01:41 PM (IST)
मल्टी डिसिप्लिनरी कला में झरिया की बेटी ऐश्वर्या की धूम, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिल रही सराहना
Jharkhand Dhanbad News, Multidisciplinary Artist दो दशक में ऐश्वर्या इस क्षेत्र में कलाकार के रूप में स्थापित हो चुकी है।

झरिया (धनबाद), [गोविन्द नाथ शर्मा]। कला और मनुष्य एक दूसरे के पूरक हैं। मनुष्य के बिना कला और कला के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। यही कारण है कि आदि काल से मनुष्य समय के अनुसार अपनी चित्रकला को अभिव्यक्त कर प्रदर्शित करते रहे हैं। चित्रकला समाज को बेहतर संदेश देने का एक माध्यम है। पहले लोग घर, स्टूडियो, बाग-बगीचा में बैठकर अपनी कला को चित्र का रूप देते थे। वर्तमान समय में कला का क्षेत्र बहुत व्यापक हो गया है। मल्टी डिसिप्लिनरी कला अब आधुनिक समय की मांग है।

झरिया की 35 वर्षीय बेटी ऐश्वर्या सुल्तानिया पिछले दो दशक से मल्टी डिसिप्लिनरी चित्रकला के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही हैं। झरिया में जन्मी ऐश्वर्या की प्राथमिक शिक्षा व बचपन झरिया में बीता है। यहां कुछ वर्ष बिताने के बाद वह आगे की शिक्षा के लिए देहरादून चली गई। यहां की पढ़ाई पूरी कर फ्रांसीसी सरकार की फेलोशिप पर वह कला की उच्च शिक्षा के लिए पेरिस पहुंची। एक साल तक कला के बहुआयाम को जानने के बाद भारत अपने देश वापस लौट कर मल्टी डिस्प्लेनरी कला के क्षेत्र में पूरी तरह से रम गई। दो दशक में ऐश्वर्या इस कला में अब एक अंतरराष्ट्रीय कलाकार के रूप में स्थापित हो चुकी हैं।

क्या है मल्टी डिसिप्लिनरी कला

ऐश्वर्या का कहना है कि भिन्न-भिन्न प्रकार की चित्र कलाओं मसलन मधुबनी चित्र कला, सोहराय चित्र कला आदि कलाओं को जोड़कर उसे प्रदर्शित करना ही मल्टी डिसिप्लिनरी कला कहलाता है। यह लोगों को खूब प्रभावित करता है। कला के क्षेत्र में ऐश्वर्या की रुचि बचपन से ही थी। मिडिल क्लास में इनकी कलाकृतियों को कई पुरस्कार भी मिले। ऐश्वर्या ने कहा कि कला का क्षेत्र विराट है। कला का भी ग्लोबलाइजेशन हुआ है। आज के आधुनिक काल में मल्टी डिसिप्लिनरी कला विचार को व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है।

देश-विदेश में लगी प्रदर्शनी में इनकी कलाकृति की हुई सराहना

विदेशों व दिल्ली के आर्ट फेयर में भी ऐश्वर्या अपनी मल्टी डिस्प्लेनरी कलाकृति की प्रदर्शनी लगा चुकी है। इनकी कलाकृति की काफी सराहना हुई। पुरस्कार भी मिले। ऐश्वर्या का कहना है कि कला के विराट स्वरूप को जानने के लिए विदेशों का भ्रमण करते रहते हैं। अब तक फ्रांस, जापान, मयांमार, कंबोडिया, जर्मनी  ग्रीस, बांग्लादेश आदि देशों का भ्रमण कर चुके हैं। इस दौरान अपनी कला की प्रदर्शनी भी लगाए हैं। लोगों ने मेरे मल्टी डिसिप्लिनरी कला को काफी सराहा। दिल्ली में हर वर्ष लगने वाले आर्ट फेयर में भी अपनी कला का प्रदर्शन किए हैं।

झरिया से है ऐश्वर्या का आत्मिक जुड़ाव

झरिया में जन्मी ऐश्वर्या का यहां से आत्मिक लगाव है। समय-समय पर अपने घर आती रहती हैं। एक साल पूर्व अपने पैतृक घर झरिया आने के बाद ऐश्‍वर्या ने अपने घर की छत पर मल्टी डिस्प्लेनरी कला की प्रदर्शनी लगाई। किंतुस्गी द एनसेस्ट्रल हाउस प्रोजेक्ट वर्कशाॅप में अनेक लोग व कलाकार शामिल हुए। वर्कशॉप में स्लम एरिया पांडेयबेरा, बनियाहीर आदि क्षेत्र के बच्चों को कला की शिक्षा दी गई।

झरिया में मल्टी डिस्प्लेनरी कला की है काफी संभावना

देश-विदेश में दर्जनों मल्टी डिसिप्लिनरी कला प्रदर्शनी आयोजित कर वाहवाही लूटने वाली ऐश्वर्या का कहना है कि काले हीरे की नगरी झरिया के बच्चों में इस कला की बहुत संभावना है। इसीलिए यहां के बच्चों को इसका प्रशिक्षण दे रहे हैं। पांडेयबेरा, बनियाहीर के अनेक बच्चे मल्टी डिसिप्लिनरी कला को लगन से सीख रहे हैं। झरिया के बच्चों को कला के क्षेत्र में ऊंचाई तक पहुंचाना ही मेरा मकसद है। ऐश्वर्या का कहना है कि मूर्तिकला, चित्रकला, वीडियो आर्ट, टेक आर्ट, इंस्ट्रोलेशन आर्ट आदि कलाओं को जोड़कर प्रदर्शित करना ही मल्टी डिस्प्लेनिरी कला कहलाता है।

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