कठिन हालात हैं, मिलकर दरिया पार करना है

रांची दैनिक जागरण ब्रांड फेसबुक लाइव कार्यक्रम में शनिवार को उत्तराखंड क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Jun 2020 01:26 AM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 01:26 AM (IST)
कठिन हालात हैं, मिलकर दरिया पार करना है
कठिन हालात हैं, मिलकर दरिया पार करना है

जागरण संवाददाता, रांची : दैनिक जागरण ब्रांड फेसबुक लाइव कार्यक्रम में शनिवार को उत्तराखंड की चर्चित कवयित्री गौरी मिश्रा लाइव आईं। उत्तराखंड की यूथ आइकॉन व श्रृंगार रस की कवयित्री गौरी ने फेसबुक लाइव के दौरान अपनी कविताओं से लोगों का मन मोह लिया।

उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण द्वारा कविता सम्मेलनों का आयोजन कराने की परंपरा रही है। कोरोना संकट के इस दौर में जहां आज कवि सम्मेलन नहीं हो रहे हैं, जागरण द्वारा ऑनलाइन माध्यम से लोगों से कवियों को रूबरू कराना बेहद शानदार कदम है। अपने इस लाइव कार्यक्रम के दौरान गौरी मिश्रा ने झारखंड से जुड़े संस्मरण भी साझा किए। बंधी हो आंख पर पंट्टी तो क्या किसको नजर आए, चाहे तुम एक दिखला दो उसको दो नजर आए.. बहुत नादान जो उनको जरा होशियार करना है, कठिन हालात हैं मिलकर कि दरिया पार करना है..न फूलों में न कलियों में न डाली में आती है, जो खुशबू मां के हाथों से सजी थाली से आती है जैसी कविताओं से लोगों का खूब मनोरंजन किया।

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कवि पुष्पक ने वीर रस की कविताओं से लोगों में भरा जोश

जागरण संवाददाता, रांची : दैनिक जागरण ब्रांड फेसबुक के पेज पर शनिवार को दोपहर 12 बजे से वीर रस के कविताओं के साथ कवि पुष्पक देशमुख लाइव आए। उन्होंने अपनी वीर रस की कविताओं से लोगों को भावविभोर कर दिया। उन्होंने कोरोना संकट के बारे में कहा कि आज हम एक वैश्विक महामारी से लड़ रहे हैं। दुनिया की तमाम सरकारें इससे निकलने के उपाय तलाश रही है। अब तक इसका कारगर इलाज नहीं ढ़ूंढ़ा जा सका है ऐसे में इस बीमारी का बचाव शारीरिक दूरी का पालन करने में है। मैं शब्दों के अंदर वो चिगारी लेकर चलता हूं कविता से कवि पुष्पक देशमुख ने फेसबुक लाइव की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने उन बाजुओं को काट दो जो चीर द्रौपदी का खींचते कविता से महिलाओं पर होने वाले अत्याचार पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। अपने फेसबुक लाइव कार्यक्रम में उन्होंने दर्शकों को एक से बढ़कर एक कविताएं सुनाईं।

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