भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा आज, गर्भगृह में ही पूरे होंगे अनुष्ठान
तुपुदाना धुर्वा स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा की तैयारी आरंभ हो चुकी ह
जागरण संवाददाता, तुपुदाना: धुर्वा स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा की तैयारी आरंभ हो चुकी है। शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व बड़े भाई बलराम को महास्नान कराने के साथ रथयात्रा का अनुष्ठान प्रारंभ हो जाएगा। इसे स्नान यात्रा भी कहा जाता है। सुबह में मुख्य पुजारी ब्रजभूषण मिश्र के देखरेख में मंदिर में स्थापित तीनों विग्रहों का महास्नान कराया जाएगा। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान का दिव्य श्रृंगार किया जाएगा। श्रीविष्णु सहस्त्रनामार्चणा के बीच महाआरती उतारी जाएगी।
इसके बाद भगवान अपने भाई बहनों के साथ 15 दिनों के एकांतवास में चले जाएंगे। 22 जून को नेत्रदान के साथ एकांतवास समाप्त होगा। वहीं, 23 जून को रथयात्रा अनुष्ठान होगा। विग्रहों को बाहर निकालने की इजाजत नहीं, गर्भगृह में ही होगा महास्नान
कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार भगवान के विग्रहों का महास्नान के लिए बाहर नहीं निकाला जाएगा। स्नान मंडप के बजाय गर्भ गृह में ही महास्नान कराया जाएगा। जिला प्रशासन ने विग्रहों को बाहर निकलाने और जन सहभागिता की अनुमति नहीं दी। अनुष्ठान के दौरान मंदिर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहेगा। भीड़-भाड़ की भी इजाजत नहीं होगी मंदिर के पुजारी व मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोग ही अनुष्ठान में शामिल हो सकते हैं।
गुरुवार को ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी व मंदिर समिति से जुड़े लाल प्रवीर नाथ शाहदेव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अनुष्ठान को लेकर सदर एसडीओ से मुलाकात की। रथयात्रा को लेकर दिशा-निर्देश मांगा। इस पर एसडीओ ने कहा कि कोरोना संक्रमण में राज्य सरकार के दिशा-निर्देश के तहत आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोलने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। वहीं, रथयात्रा पर कहा कि सरकार की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। प्रतिनिधिमंडल में श्रीकांत मुंडा, ननकु मुंडा आदि शामिल थे।