JAC Result Latest Update: मैट्रिक व इंटर रिजल्ट के लिए जल्द खत्म होगा इंतजार, यहां जानिए जैक की तैयारी
JAC Board Result Jharkhand News झारखंड जैक बोर्ड रिजल्ट की तैयारी कर रहा है। इधर प्रायोगिक परीक्षा पर अब भी पेंच है। 10वीं और 12वीं के करीब 70 हजार छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा अभी तक नहीं हुई है।
रांची, जासं। झारखंड एकेडमिक काउंसिल यानि जैक 10वीं और 12वीं के रिजल्ट की तैयारी में जुटा है। संभावना है कि जुलाई के आखिरी हफ्ते में रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। हालांकि अभी तक सभी छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं नहीं हो सकी है। प्रायोगिक परीक्षा में पेंच अब भी फंसा हुआ है। प्रायोगिक परीक्षा को लेकर आपदा एवं प्रबंधन विभाग की हरी झंडी का इंतजार है। मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा में राज्य भर से 7 लाख 63 हजार छात्र-छात्राएं हैं।
इसमें मैट्रिक में 4.32 लाख जबकि इंटरमीडिएट में 3.31 लाख विद्यार्थी हैं। 10वीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा 6 अप्रैल से 25 अप्रैल तक आयोजित करने के लिए कहा गया था। 10वीं की प्रायोगिक परीक्षा अधिकतर स्कूलों में पूरी हो गई है। जबकि 12वीं की परीक्षा आधे से भी कम स्कूलाें में हुई है। जैक के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि करीब 10 प्रतिशत विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा होना बाकी है। प्रायोगिक परीक्षा के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की स्वीकृति का इंतजार है।
रिजल्ट प्रकाशित होने की तिथि अभी तय नहीं
जैक अध्यक्ष ने कहा कि रिजल्ट की तैयारी अंतिम चरण में है। रिजल्ट प्रकाशन की तिथि अभी तय नहीं की गई है हालांकि उम्मीद है कि जुलाई मैं रिजल्ट प्रकाशित कर दिया जाए।
रांची वीमेंस कॉलेज में जनसंख्या दिवस पर स्लोगन प्रतियोगिता
रांची के वीमेंस कॉलेज में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ. शमशुन नेहार के निर्देशन में रांची वीमेंस कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई एक (प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. कुमारी उर्वशी) इकाई दो (प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. भारती सिंह) इकाई 3 (प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. सुरभि श्रीवास्तव) ने एनएसएस के कार्यकर्ताओं के लिए आयोजन किया। कहा गया कि तेज गति से बढ़ती जनसंख्या के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से ही यह दिवस मनाया जाता है।
यह जागरूकता मानव समाज की नई पीढ़ियों को बेहतर जीवन देने का संदेश देती है। बच्चों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, वातावरण सहित अन्य आवश्यक सुविधाएँ भविष्य में देने के लिए छोटे परिवार की महती आवश्यकता निरन्तर बढ़ती जा रही है। प्राकृतिक संसाधनों का समुचित दोहन कर मानव समाज को सर्वश्रेष्ठ बनाए रखने और हर इंसान के भीतर इन्सानियत को बरकरार रखने के लिए यह बहुत जरूरी हो गया है कि 'विश्व जनसंख्या दिवस' की महत्ता को समझा जाए।