HEC Ranchi: प्रभारी सीएमडी के भरोसे एचइसी को चलाना कंपनी हित में नहीं, संघ ने लगाया आरोप
HEC Ranchi एचईसी शहीद विश्वनाथ शाहदेव नागरिक संघ के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार एचईसी कारखाना चलाने के प्रति गंभीर नहीं है। एचईसी की गिनती एशिया का सबसे बड़ी भारी उद्योग कारखाना में होती है। इसलिए इसे एचईसी मातृ उद्योग कारखाना कहते हैं।
रांची,जासं। एचईसी शहीद विश्वनाथ शाहदेव नागरिक संघ के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार एचईसी कारखाना चलाने के प्रति गंभीर नहीं है। एचईसी की गिनती एशिया का सबसे बड़ी भारी उद्योग कारखाना में होती है। इसलिए इसे एचईसी मातृ उद्योग कारखाना कहते हैं। इसके बावजूद एचईसी में स्थायी सीएमडी की बहाली नहीं होना अत्यंत चिंताजनक है। केंद्र सरकार द्वारा नलिन सिंघल को सीएमडी के प्रभार में लगातार विस्तार करना कई सवालों को खड़ा करता है।
कैलाश यादव ने कहा कि विगत कई महीनों से एचईसी के कर्मचारियों एवं अधिकारियों का मासिक वेतन नियमित रूप से नहीं मिल रहा है, उत्पादन व्यवस्था भी बिल्कुल लचर तरीके से चल रही है। ऐसे में प्रभारी सीएमडी नलिन सिंघल का निरंतर विस्तार एचईसी के हित में नहीं है। देश के कई कल कारखाने बेचे जा रहे हैं, इसलिए कामगारों के बीच तरह- तरह की अफवाहें उड़ रही हैं ।
कैलाश यादव ने कहा कि एचईसी ने लगभग 90 फीसद क्वार्टर्स को दीर्घकालीन लीज पर 90 वर्षो के लिए बेच दिया। वहीं मेंटेनेंस और वाटर शुल्क के नाम पर लगातार एरियर जोड़कर पैसा भी वसूल कर रहा है। दूसरी तरफ कर्मचारियों की कई मांगें लंबित पड़ी हैं। जैसे 1.1.97 का एरियर, क्वाटर्स ट्रांसफर, क्वार्टर्स एग्रीमेंट, रजिस्ट्रेशन, छत ढलाई, विस्थापितों का मुआवजा व नौकरी जैसे महत्वपूर्ण विषय हैं। मगर नलिन सिंघल प्रभार ग्रहण करने के बाद गिनती के एक या दो बार कंपनी में आए हैं। ऐसे में कामगारों की समस्या का समाधान कैसे संभव है।