अंतर्राज्यीय शराब माफिया ने गलत तरीके से बनवाया पासपोर्ट, एफआइआर दर्ज
रांची में रहकर अंतर्राज्यीय स्तर पर शराब की तस्करी करने वाला शराब माफिया संतोष कुमार मंडल ने केस छुपाकर पासपोर्ट बनवा लिया। उसके खिलाफ लोहरदगा बोकारो के अलग-अलग थानों में शराब तस्करी की एफआइआर दर्ज है। यह सारे एफआइआर छुपाकर उसने पासपोर्ट बनवाने के लिए फॉर्म भरा।
रांची, जासं । रांची में रहकर अंतर्राज्यीय स्तर पर शराब की तस्करी करने वाला शराब माफिया संतोष कुमार मंडल ने केस छुपाकर पासपोर्ट बनवा लिया। उसके खिलाफ लोहरदगा, बोकारो के अलग-अलग थानों में शराब तस्करी की एफआइआर दर्ज है। यह सारे एफआइआर छुपाकर उसने पासपोर्ट बनवाने के लिए फॉर्म भरा। फॉर्म में अरगोड़ा थाना इलाके के गोपाल कांप्लेक्स स्थित फ्लैट का पता दिया, उस पते के अनुसार पुलिस ने जब सत्यापन किया तो तब भी संतोष मंडल ने पूरी बात छुपा ली।
शराब माफिया द्वारा भ्रम में रखने की वजह से अरगोड़ा थाने की पुलिस की ओर से जांच प्रतिवेदन पासपोर्ट कार्यालय को सौंपा गया। इसके आधार पर पासपोर्ट निर्गत हो गया। इस बात की जानकारी बाद में अरगोड़ा थाने की पुलिस को मिली। इसके बाद अरगोड़ा थाने की पुलिस की ओर से एफआइआर दर्ज की गई। इसके अलावा पासपोर्ट रद करवाने की प्रक्रिया की जाएगी। फिलहाल संतोष कुमार मंडल की पुलिस तलाश कर रही है।
जानबूझकर अरगोड़ा थाना के पते को दर्शाया
पुलिस के अनुसार शराब माफिया ने एक फ्लैट अरगोड़ा के गोपाल कांप्लेक्स में ले रखा है। उसी फ्लैट के अनुसार आधार कार्ड में पता दर्ज है। उसी पते के अनुसार अरगोड़ा थाने की पुलिस ने सत्यापन किया। चूंकि अरगोड़ा थाने में उसके खिलाफ कोई एफआइआर दर्ज नहीं थी। इस वजह से उसके खिलाफ अपराधिक इतिहास नहीं रहने की जानकारी दी गई। आरोपित शराब माफिया की ओर से यह जानबूझकर किया गया। ताकि पुलिस भ्रमित हो और उसका पासपोर्ट बन जाए। पुलिस अब शराब माफिया के पासपोर्ट निर्गत करने के उद्देश्य का पता लगाएगी। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि कहीं पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने की मंशा तो नहीं थी। चूंकि वह लोहरदगा पुलिस और उतपाद विभाग से बचकर सदर थाना क्षेत्र के चेशायर होम रोड में रहता था। वहीं से पुलिस ने उसे 19 अगस्त 2020 को दबोचा था।
150 करोड़ से ज्यादा की शराब तस्करी का मिला है रिकॉर्ड
रांची, लोहरदगा पुलिस और उत्पाद विभाग चेशायर होम रोड स्थित क्रिस्टल विला अपार्टमेंट से उसे दबोचा गया था। पकड़े जाने के बाद बोकारो निवासी संतोष के मोबाइल में 150 करोड़ से अधिक की अवैध शराब तस्करी से संबधित ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड मिला था। उसने 100 करोड़ से ज्यादा के राजस्व का चूना लगाया था। संतोष मंडल झारखंड के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, चंडीगढ़, पंजाब व हरियाणा और पूर्वोत्तर राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय में अवैध शराब का सबसे बड़ा कारोबारी है।
झारखंड में गिरिडीह, बोकारो, धनबाद और लोहरदगा में संतोष मंडल के विरुद्ध अवैध शराब से संबंधित कई मामले दर्ज हैं। इन सभी मामलों को वह पासपोर्ट के लिए दिए गए आवेदन में छुपा लिया। संतोष मंडल फर्जी परमिट तैयार कर विभिन्न राज्यों द्वारा ड्यूटी फ्री की गयी शराब को दूसरे राज्यों में ले जाकर बेचता था। झारखंड में गिरिडीह, बोकारो, धनबाद और लोहरदगा में उसके द्वारा अवैध रूप से लायी गयी शराब पकड़ी गयी थी।