प्रसव पूर्व लिंग जांच करवाने वालों की खैर नहीं, झारखंड में 10 दिनों तक चलेगा सघन जांच अभियान
Prenatal Gender Check Jharkhand News झारखंड में संचालित सभी अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों की जांच होगी। मंत्री के आदेश पर जिलों के लिए अलग-अलग जांच टीम गठित की गई है। 30 जून तक रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में प्रसव पूर्व लिंग जांच तथा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए अगले दस दिनों तक सघन जांच अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान राज्य में संचालित सभी अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए जिलों के लिए अलग-अलग टीम गठित कर दी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के अभियान निदेशक रविशंकर शुक्ला ने गठित सभी टीम को सघन जांच कर 30 जून तक रिपोर्ट देने को कहा है।
जांच टीम अपने आवंटित जिलों में यह जांच करेगी कि वहां गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम (पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट) का अनुपालन हो रहा है या नहीं। वहां संचालित अल्ट्रासाउंड क्लीनिक इस एक्ट के तहत निबंधित हैं या नहीं। निबंधित हैं तो नवीकरण समय पर हो रहा है या नहीं। अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में एक्ट के प्रविधान के अनुसार, दस्तावेज का संधारण हो रहा है या नहीं।
लिंग जांच नहीं होने का साइनेज लगाया गया है या नहीं। क्लीनिक, चिकित्सक या किसी झोलाछाप चिकित्सक द्वारा लिंग निर्धारण तो नहीं किया जा रहा है। टीम इन सभी बिंदुओं पर जांच कर विभाग को रिपोर्ट सौंपेगी। जांच से पहले टीम में शामिल सभी जिला नोडल पदाधिकारियों, को-आर्डिनेटरों तथा कंसलटेंट आदि को सोमवार को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा।