डीएमएफटी की स्वास्थ्य योजनाओं को जल्द पूरा करने का निर्देश

विकास भवन सभागार में मंगलवार को उप विकास आयुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में डीएमएफटी एवं सीएसआर संबंधी विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 01:59 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 01:59 AM (IST)
डीएमएफटी की स्वास्थ्य योजनाओं को जल्द पूरा करने का निर्देश
डीएमएफटी की स्वास्थ्य योजनाओं को जल्द पूरा करने का निर्देश

जागरण संवाददाता, रांची : विकास भवन सभागार में मंगलवार को उप विकास आयुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में डीएमएफटी एवं सीएसआर संबंधी विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। डीडीसी ने डीएमएफटी के तहत क्रियान्वित हो रही सभी स्वास्थ्य योजनाओं को त्वरित रूप से पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही, डीएमएफटी से संबद्ध प्रखंडों में आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत कार्य जल्द से जल्द समाप्त करने को कहा। बैठक में माडल आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए जल्द से जल्द मार्किंग करने को कहा। बैठक में सिविल सर्जन, डीएमएफटी के सभी सदस्य सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे। पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराने के लिए विद्यार्थियों की मांगी गई संख्या

जागरण संवाददाता रांची : सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय तथा झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय की कक्षा एक से आठ तक के सभी विद्यार्थियों और कक्षा 9 से 12 तक की सभी छात्राओं को निश्शुल्क पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराना है। इसके लिए विद्यालयों में कुल नामांकित विद्यार्थियों की संख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। जेसीईआरटी के निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक को दिशा निर्देश दिया है। 30 सितंबर को आधार मानते हुए शैक्षणिक सत्र 2020 21 में नामांकित विद्यार्थियों की अधिकतम संख्या मांगी गई है ताकि कोई भी विद्यार्थी किताब से वंचित न रहे। पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बुक बैंक में उपलब्ध पुस्तक जिनका इस्तेमाल दोबारा किया जा सकता है उनकी भी संख्या विषयवार दें। राज्यपाल को दिया ज्ञापन

जासं, रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन में मिलकर गोड्डा के पौड़याहाट प्रखंड में पदस्थापित चिकित्सक विजय कृष्ण श्रीवास्तव की संदेहास्पद मृत्यु के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया है कि चिकित्सक को लगभग छह माह से वेतन नहीं मिल रहा था। उनका शव सात अक्टूबर को उनके कमरे से बरामद हुआ। आशंका है कि उनकी मृत्य चार-पांच दिन पूर्व हुई होगी। शिष्टमंडल द्वारा चिकित्सक की मृत्यु की जांच हेतु पहल करने का आग्रह किया गया। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि किसी भी कर्मी को ससमय वेतन न मिलना अत्यंत गंभीर मामला है। हम सभी अपने कोरोना योद्धा के साथ हैं।

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