भारतीय महिला फुटबॉल टीम की करिश्मा ने झारखंड सरकार काे सराहा, कहा- सीएम की पहल से जमशेदपुर में हुआ नेशनल कैंप
Indian Womens Football Team Hemant Soren Jharkhand Government News भारतीय महिला फुटबॉल टीम की करिश्मा ने झारखंड सरकार के साथ यहां की खेल प्रतिभाओं को सराहा। कोरोना के कारण कोई भी राज्य कैंप आयोजित करने में रुचि नहीं दिखा रहा था।
रांची, [संजीव रंजन]। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का खेल प्रेम जगजाहिर है। दूसरे राज्यों के खिलाड़ी भी उनके खेल प्रेम के मुरीद हो गए हैं। जमशेदपुर में चल रहे भारतीय महिला फुटबॉल कैंप में भाग लेने वाले खिलाड़ी भी मानते हैं कि हेमंत सोरेन के कारण ही नेशनल कैंप का आयोजन हो पाया है, नहीं तो इसका होना मुश्किल था। टीम में शामिल गोवा की करिश्मा पुरुषोत्तम ने शनिवार को दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि हम लोग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का शुक्रिया अदा करते हैं।
उन्हीं के प्रयास से यहां पर कैंप आयोजित हो पाया। कोरोना महामारी के कारण कोई भी राज्य कैंप आयोजित करने में रुचि नहीं दिखा रहा था। ऐसे समय में हेमंत सोरेन ने आगे बढ़कर शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया। उन्होंने शिविर में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा प्रदान कराई। इससे हम वापस लय में आने में सफल रहे। पिछले डेढ़ वर्ष से हम फुटबॉल के मैदान से दूर रहे, लेकिन अब खिलाड़ी लय में आने लगे हैं।
झारखंड में अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी
करिश्मा ने कहा कि गोवा, केरल की तरह झारखंड में भी कई अच्छी महिला फुटबॉल खिलाड़ी हैं। कैंप में शामिल सुमति उरांव शानदार खिलाड़ी हैं। महिला फुटबाल खिलाड़ियों पर ध्यान दिया जाए तो अच्छे खिलाड़ी सामने आएंगे। करिश्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस दिशा में बेहतर कर रहे हैं और इस तरह का कैंप आयोजित कर एक माहौल बना रहे हैं।
ज्यादा टूर्नामेंट कराने होंगे
यूरोपीय देशों में महिला फुटबॉल काफी आगे है। इसका मुख्य कारण यह है कि वहां कई टूर्नामेंट होते हैं। भारत में महिला फुटबॉल टूर्नामेंट की संख्या काफी कम है। इस कारण खिलाड़ियों को एक्सपोजर नहीं मिल पाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थान बनाने के लिए टूर्नामेंट की संख्या बढ़ानी होगी।
एएफसी कप में नाकआउट तक पहुंचने की उम्मीद
गोवा की तेज तर्रार खिलाड़ी करिश्मा का मानना है कि अगले वर्ष होने वाले एएफसी एशिया कप में भारतीय टीम नाकआउट चरण तक पहुंचने में सफल रहेगी। करिश्मा ने आगे कहा कि अगर हम नाकआउट चरण तक पहुंचने में सफल रहे, तो बहुत बड़ी सफलता होगी। कोच के मार्गदर्शन में हम उसी तरह से तैयारी कर रहे हैं। इसी क्रम में हमलोग 30 सितंबर को यूएई (यूनाइटेड अरब अमीरात) के दौरे पर जा रहे हैं। यहां टीमें कुछ मैत्री मैच खेलेंगी। इस दौरे से पता चल पाएगा कि हम कितने तैयार हैं।