Railway News: टाटा तक ही जाएगी रांची-हावड़ा स्पेशल ट्रेन, जानें इसकी बड़ी वजह...

Indian Railways News 27 फरवरी को ट्रेन संख्या 02896 रांची हावड़ा स्पेशल ट्रेन हावड़ा स्टेशन तक नहीं जाएगी। यह ट्रेन रांची से खुलेगी और टाटानगर रेलवे स्टेशन तक ही जाएगी। जबकि ट्रेन संख्या 02895 हावड़ा रांची स्पेशल ट्रेन हावड़ा स्टेशन की जगह टाटानगर स्टेशन से खुलकर रांची तक आएगी।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 07:47 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 09:34 AM (IST)
Railway News: टाटा तक ही जाएगी रांची-हावड़ा स्पेशल ट्रेन, जानें इसकी बड़ी वजह...
Indian Railways News 27 को यह ट्रेन रांची से खुलेगी और टाटानगर रेलवे स्टेशन तक ही जाएगी।

रांची, जासं। Indian Railways News दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल के तहत हावड़ा खड़गपुर जंक्शन पर अंदुल और संकरैल स्टेशन के बीच गार्डर लांचिंग का काम होगा। इसके लिए सात घंटे का ट्रैफिक वर्क पावर ब्लॉक लिया जाएगा। इसे लेकर ही 27 फरवरी को ट्रेन संख्या 02896 रांची हावड़ा स्पेशल ट्रेन हावड़ा स्टेशन तक नहीं जाएगी। यह ट्रेन रांची से खुलेगी और टाटानगर रेलवे स्टेशन तक ही जाएगी। जबकि ट्रेन संख्या 02895 हावड़ा रांची स्पेशल ट्रेन हावड़ा स्टेशन की जगह टाटानगर स्टेशन से खुलकर रांची तक आएगी। 

बालसिरिंग रेलवे स्टेशन पर परिचालन की आधुनिक पद्धति इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का काम पूरा

रांची रेल मंडल के बालसिरिंग रेलवे स्टेशन पर परिचालन की आधुनिक पद्धति इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग पद्धति लगाने का काम को पूरा कर लिया गया है। बालसिरिंग रेलवे स्टेशन पर नई स्टेशन बिल्डिंग और नए प्रतिक्षालय का भी निर्माण किया गया है। इससे पहले बालसिरिंग स्टेशन पर परिचालन पुरानी पद्धति से किया जाता था। इसमें स्टेशन और स्टेशन के दोनों छोर पर स्थित केबिन के जरिए लीवर फ्रेम द्वारा परिचालन किया जाता था। अब इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग पद्धति द्वारा कंप्यूटर के जरिए ट्रेनों का परिचालन होगा। इस पद्धति के द्वारा ट्रेनों की सुरक्षा और संरक्षा में वृद्धि होगी। तथा ट्रेनों का परिचालन पहले से ज्यादा सुगम होगा। 

क्या है इंटरलाकिंग

रेलवे स्टेशन पर कई लाइन होती हैं। इन्हें आपस में जोड़ने के लिए ‘प्वाइंट्स’ होते हैं। प्वाइंट्स चलाने के लिए हर प्वाइंट पर एक मोटर लगी होती है। इसके बाद आते हैं सिगनल। सिगनल के द्वारा लोको पायलट को अनुमति दी जाती है कि वह अपनी ट्रेन के साथ रेलवे स्टेशन के यार्ड में प्रवेश करे। प्वाइंटस् और सिगनलों के बीच में एक लाकिंग इस प्रकार से होती है कि प्वाइंटस् सेट होने के बाद जिस लाइन का रूट सेट हुआ हो उसी लाइन का सिगनल आ। इसी लाकिंग को सिगनल इंटरलॉकिंग कहते हैं। यही काम अब इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होगा।

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