Jharkhand crime: चोरी के माल को ले बवाल ...मामले में सीआइडी ने दिया मंतव्य...मूल यंत्र की फारेंसिक जांच से खुलेगा राज

Jharkhand crime रायपुर से चुराए गए 80 लाख के जेवरात की हेराफेरी में अब सिमडेगा एसपी और थानेदार के बीच बातचीत का (कथित तौर पर) वायरल आडियो और वीडियो को मोबाइल समेत जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजा जाएगा। सीआइडी केस से जुड़े सभी संदिग्धों का बयान ले रही है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 10:12 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 10:12 AM (IST)
Jharkhand crime: चोरी के माल को ले बवाल ...मामले में सीआइडी ने दिया मंतव्य...मूल यंत्र की फारेंसिक जांच से खुलेगा राज
सिमडेगा एसपी और थानेदार के बीच बातचीत का वायरल आडियो और वीडियो जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजा जाएगा।

रांची,राब्यू। छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित नवकार ज्वेलर्स से चुराए गए 80 लाख के जेवरात की हेराफेरी के मामले में अब एसपी और थानेदार के बीच बातचीत का (कथित तौर पर) वायरल आडियो और वीडियो को मोबाइल समेत जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजा जाएगा। इस संबंध में सीआइडी ने अपना मंतव्य पुलिस मुख्यालय को सौंप दिया है। पुलिस मुख्यालय ने सीआइडी से आडियो-वीडियो पर प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी थी। सीआइडी इस केस से जुड़े सभी संदिग्धों, आरोपितों व गवाहों का बयान ले रही है।

सीआइडी ने इस पूरे प्रकरण में अब तक हुई सीआइडी जांच से संबंधित प्रगति रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपी है। वायरल आडियो के बारे में सीआइडी ने कहा है कि इसकी सच्चाई का पता तभी चल पाएगा, जब इसके मूल यंत्र की फारेंसिक जांच होगी। इस केस में मूल यंत्र जेल जाने वाले दारोगा आशीष का मोबाइल ही है, जिसमें (कथित तौर पर) उसके तथा एसपी के बीच हुई बातचीत रिकार्ड की गई है। अब न्यायालय की अनुमति के बाद सीआइडी की टीम उक्त वायरल आडियो को फारेंसिक जांच के लिए एफएसएल भेजेगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

क्या है मामला

रायपुर के नवकार ज्वेलर्स से दो अक्टूबर को 80 लाख रुपये के गहने चोरी हुए थे। इस अपराध को अंजाम देने वाले चोर झारखंड के साहिबगंज के रहने वाले थे। चोरी के गहने लेकर ये चोर स्कार्पियो से झारखंड आ रहे थे। इसी बीच सिमडेगा के बांसजोर में पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान इन्हें पकड़ लिया। सिमडेगा पुलिस पर चोरों से बरामद किए गए गहनों में हेराफेरी करने का आरोप है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने जब पकड़े गए चोरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की तब यह पूरा मामला सामने आया। सिमडेगा पुलिस ने 80 लाख की जगह 25 लाख रुपये के गहनों की बरामदगी दिखाई और चार के बजाय दो लोगों की ही गिरफ्तारी की बात कही।

बांसजोर के थानेदार आशीष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसकी निशानदेही पर बाद में 10 लाख रुपये से अधिक मूल्य के गहनों की बरामदगी भी हुई। उधर, छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि अभी 40 लाख रुपये के गहनों के बारे में पता नहीं चल सका है, जबकि पकड़े गए चोरों के अनुसार चुराए गए सभी गहने सिमडेगा पुलिस ने बरामद कर लिए थे। सिमडेगा के एसपी शम्स तबरेज पर भी मामले में संलिप्त होने का आरोप है। उनकी और बांसजोर के तत्कालीन थानेदार आशीष के बीच कथित बातचीत से संबंधित आडियो वायरल हुआ है।

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