किसानों को बताया गया संकर बीज का महत्व

जासं रांची भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने पूर्वी अनुसंधान परिषद कृषि प्रणाली के पहाड़ी एवं

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 08:30 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 08:30 AM (IST)
किसानों को बताया गया संकर बीज का महत्व
किसानों को बताया गया संकर बीज का महत्व

जासं, रांची : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने पूर्वी अनुसंधान परिषद कृषि प्रणाली के पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र प्लांडू में शुक्रवार को सब्जियों के संकर बीज उत्पादन विषय पर एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। प्रशिक्षण में हजारीबाग, रांची और तमाड़ के करीब 25 किसान शामिल हुए। केंद्र के प्रधान डा. अरुण कुमार सिंह ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। साथ ही संकर बीज के महत्व के बारे किसानों को बताया। कार्यक्रम के प्रशिक्षण समन्वयक डा पी भावना वरीय वैज्ञानिक ने किसानों को संकर बीज उत्पादन की तकनीक के बारे में बताया। प्रगतिशील किसान मीनू महतो ने अनुसंधान केंद्र के 25 सालों के अनुभव को किसानों के साथ साझा किया। किसानों ने बताया कि कैसे तकनीक और संकर बीजों के इस्तेमाल से खेती में फसल की उपज ज्यादा ली जाती सकती है। इसके साथ ही किसानों ने मिक्स क्रापिंग के बारे में भी अपने अनुभव साझा किया। किसानों को खेत में संकर बीज बनाने की प्रायोगिक जानकारी धनंजय कुमार और विजय कुमार सिंह ने दी। रोग और कीट के बारे डा अजीत कुमार झा और डा जयपाल सिंह चौधरी ने बताया। मैत्री इंटरप्राइजेज के सचिन झा ने इस केंद्र के साथ मिलकर सब्जियों के संकर और शुद्ध बीज बनाने को ले एमओयू किया है। इस कार्यक्रम से किसान शुद्ध एवं संकर बीज बनाने के लिए प्रेरित हुए और उन्हें बीज भी दिया गया। प्रशिक्षण के समापन समारोह में डा आरएस पान ने किसानों की प्रतिक्रिया को सुना और झारखंड के किसानों को सब्जी बीज उत्पादन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की आय को बढ़ाना संभव है।

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