रैगिंग की शिकायत पर होगी अविलंब कार्रवाई, छात्र अधीक्षक को SOS लिख मैसेज करेंगे तुरंत उन तक पहुंचेगी मदद

रिम्स में नए सत्र में एमबीबीएस के छात्रों ने नामांकन लिया है। अक्सर देखा जाता है कि मेडिकल कालेज में रैगिंग की काफी शिकायतें मिलती है। गुरुवार को भी रैगिंग को लेकर एक अफवाह फैली जिसके बाद रिम्स प्रबंधन ने सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों को जांच में लगा दिया।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 04:35 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 04:35 PM (IST)
रैगिंग की शिकायत पर होगी अविलंब कार्रवाई, छात्र अधीक्षक को SOS लिख मैसेज करेंगे तुरंत उन तक पहुंचेगी मदद
रैगिंग की शिकायत पर होगी अविलंब कार्रवाई। जागरण

रांची, जासं । रिम्स में नए सत्र में एमबीबीएस के छात्रों ने नामांकन लिया है। अक्सर देखा जाता है कि मेडिकल कालेज में रैगिंग की काफी शिकायतें मिलती है। गुरुवार को भी रैगिंग को लेकर एक अफवाह फैला, जिसके बाद रिम्स प्रबंधन ने आनन-फानन में सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों को जांच में लगा दिया। देर रात 12 बजे तक औचक निरीक्षण व जांच चली। लेकिन रैगिंग से संबंधित किसी तरह की हलचल देखने को नहीं मिली।

जिसके बाद प्रबंधन इसे अफवाह बताया। खैर इस अफावर से प्रेरणा लेकर एक बार फिर रिम्स प्रबंधन रैगिंग पर लगाम कसने के लिए कड़े कदम उठा रही है। सभी हॉस्टल मेंं अलग-अलग अधीक्षक नियुक्त हैं। सभी नए व पुराने मेडिकल स्टूडेंट्स को उनका मोबाइन नंबर उपलब्ध कराया गया है। छात्र उनसे फोन कॉल या व्ट्सएप दोनों माध्यमों से जुड़ कर मदद मांग सकते है।

रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डा. डीके सिन्हा ने बताया कि छात्रों के सहूलियत के लिए प्रबंधन ने फैसला लिया है। किसी भी छात्र जो रैगिंग का शिकार होता है, या किसी भी परेशानी की स्थिति में हो तो उसे व्हाट्सएप या सामान्य मैसेज में एसओएस लिखकर अधीक्षक या स्ट्डेंट वेलफेयर के डीन को भेजता है तो अविलंब उस तक मदद पहुंचेगी। देखना होगा कि प्रबंधन की यह पहल कितनी कारगर होगी।

सभी हॉस्टलों में लगेंगे कंप्लेंट बॉक्स

डा. डीके सिन्हा ने बताया कि सभी हॉस्टलाें में जल्द कंप्लेंट बॉक्स लगाए जाएंगे जिससे हॉस्टलों में रैगिंग जैसी घटनाओं में छात्र अपना शिकायत यहां कर सकते है। उन्होंने कहा कि इस कंप्लेंट बॉक्स में छात्रों को सिर्फ शिकायत लिखनी होगी, वे चाहें तो अपना नाम व अन्य जानकारियां छूपा सकते है। हॉस्टल अधीक्षक हर दिन शिकायत पेटी से शिकायत मिलने की स्थिति में जांच करेंगे और अविलंब प्रबंधन के संज्ञान में मामला को लाने के बाद उचित कार्रवाई करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कई बार हाॅस्टल से निकलकर क्लास पहुंचने तक भी छात्रों के मन में डर रहता है। इसे देखते हुए पूरे परिसर व विशेषकर खाली इलाकों में सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

निदेशक, स्टूडेंट वेलफेयर के डीन ने कक्षा में जाकर छात्रों से की बात

इधर, रैगिंग की अफवाह के बाद शुक्रवार को रिम्स निदेशक डा. कामेश्वर प्रसाद, स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डा. आरके पांडेय, जनसंपर्क अधिकारी डा. डीके सिन्हा व अन्य लोगों ने एनोटॉमी के कक्षा में पहुंचकर प्रथम वर्ष के छात्रों से बातचीत की। उनसे अपील की गई कि रैगिंग से जुड़ी किसी तरह के मामलों से प्रबंधन को अवगत कराएं। मन में किसी तरह का डर नही रखें। सभी छात्रों को प्रबंधन व संबंधन हॉस्टल अधीक्षक व वाडन के संपर्क नंबर उपलब्ध कराए गए।

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