झारखंड के चतरा के निरंजना नदी से बालू का अवैध उठाव जारी, शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

झारखंड के चतरा जिले के हंटरगंज स्थित निरंजना नदी सरेआम बालू लूट की गवाह बनी हुई है। इससे प्रतिदिन लाखों रुपये के सरकारी राजस्व को चूना लग रहा है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर भी कार्रवाई की बात तो संबंधित अधिकारी संज्ञान लेना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 03:15 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 03:15 PM (IST)
झारखंड के चतरा के निरंजना नदी से बालू का अवैध उठाव जारी, शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
झारखंड के चतरा के निरंजना नदी से बालू का अवैध उठाव जारी। जागरण

हंटरगंज (चतरा), संसू । झारखंड के चतरा जिले के हंटरगंज स्थित निरंजना नदी का घाट सरेआम बालू लूट का गवाह बना हुआ है। इससे प्रतिदिन लाखों रुपये के सरकारी राजस्व को चूना लग रहा है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर भी कार्रवाई की बात तो संबंधित अधिकारी संज्ञान लेना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। इससे इस काले खेल में उनकी संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है। दरअसल, राज्य सरकार ने चार घाटों से बालू उठाव का जिम्मा झारखंड राज्य खनिज विकास निगम को दे रखा है। उनमें से केदलीकलां पंचायत के गढ़केदली घाट के निकट बालू लूट का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है। जिस स्थान पर बालू उठाव का जिम्मा सौंपा गया है, वह स्थान कौलेश्वरी पुल से उत्तर दिशा में गढ़केदली गांव में चिह्नित है। मगर दर्जनों ट्रैक्टर दिनहहाड़े कौलेश्वरी पुल से दक्षिण दिशा में बिहारी और केदलीकलां इलाके से बालू चोरी में जुटे हुए हैं।

विडंबना यह कि राज्य सरकार ने मानसून के मद्देनजर 10 जून से बालू उठाव रोक लगा दी है। इसके बावजूद निरंजना नदी से लगातार बालू की लूट जारी है। हद तो तब हो गई जब एक समाजसेवी की शिकायत पर स्थानीय अंचल अधिकारी और थानेदार ने तत्काल जांच करने का भरोसा दिलाया, मगर जांच करने नहीं आये। उन्होंने इसकी शिकायत के लिए जिला खनन पदाधिकारी से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की, मगर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। हालत यह कि निरंजना नदी से दिन भर बालू लूटा जा रहा है। रात होते बिहार और उत्तरप्रदेश समेत दूसरे राज्यों से आये ट्रकों उसे बेच दिया जाता है। विडंबना यह कि उनमें से ज्यादातर ट्रक बिना चालान लिए ही बालू ले जाते हैं। मगर उन ट्रकों की जांच तो दूर की बात, उन्हें नोइंट्री के दौरान जाने की छूट दे दी जाती है। इस संबंध में केदलीकलां पंचायत की मुखिया लालसा देवी का कहना कि यह कानून व्यवस्था का मजाक है। वह जल्द इस मामले को लेकर उपायुक्त से शिकायत करेंगी।

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