बिहार पंचायत चुनाव को लेकर पलामू में बैठक, झारखंड सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ चलेगा बड़ा अभियान
Bihar Panchayat Election Palamu Jharkhand News बैठक में बिहार में पंचायत चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आपसी समन्वय पर बातचीत चल रही है। बता दें कि पंचायत चुनाव में शराब से लेकर पैसे व हथियार का बड़ा आवागमन होता है।
पलामू, जासं। बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर झारखंड में भी सरगर्मी बढ़ गई है। सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आज शुक्रवार को पलामू जिला मुख्यालय में इंटरस्टेट पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। झारखंड बिहार सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलेगा। साथ ही सीमा को सील किया जाएगा। बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर पलामू में शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों की हाई लेवल बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता बिहार के मगध जोन के आइजी अमित लोढ़ा ने की।
बिहार के औरंगाबाद और गया में 24 सितंबर को पंचायत चुनाव को लेकर वोटिंग है। इसे देखते हुए झारखंड बिहार सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ सीआरपीएफ के साथ बड़ा अभियान चलेगा। बैठक में पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा, औरंगाबाद एसपी और गया के सिटी एसपी, पलामू एएसपी के विजयशंकर, कपिल चौधरी, अभियान एसपी बीके मिश्रा, एसडीपीओ सुरजीत कुमार समेत कई टॉप अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर नक्सल गतिविधि पर चर्चा की गई। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की योजना तैयार की गई।
पंचायत चुनाव के दौरान सीमा सील
बिहार पंचायत चुनाव को लेकर सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। मतदान से 24 घंटे पहले बिहार सीमा को सील कर दिया जाएगा। इसके लिए आधा दर्जन से अधिक पुलिस चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। नक्सलियों के खिलाफ अभियान के लिए झारखंड और बिहार पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चलाएगी। अभियान को लेकर पलामू, गया और औरंगाबाद पुलिस एक दूसरे से सूचनाओं को साझा करेगी। बिहार मगध जोन के आइजी अमित लोढ़ा ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई। चुनाव को लेकर पलामू पुलिस काफी सहयोग कर रही है। बैठक में कई जरूरी सूचनाओं को साझा किया गया।
नक्सल गतिविधि पर बढ़ेगी निगरानी, सूची को किया गया साझा
इंटरस्टेट बैठक में नक्सल गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाने पर चर्चा की गई। झारखंड बिहार के पुलिस अधिकारियों ने एक दूसरे के इलाके में सक्रिय नक्सलियों की सूची भी साझा की है। चुनाव से पहले बिहार सीमा पर संदिग्ध अपराधी और अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ भी कार्रवाई का निर्णय हुआ है। सीआरपीएफ के साथ समन्वय स्थापित कर इंटरस्टेट बॉर्डर में नक्सलियों के टॉप कमांडर पर निगरानी बढ़ाई जाएगी और उनको टारगेट कर कारवाई की जाएगी।