झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बोले, बच्चों के इलाज के लिए अमेरिका का मॉडल होगा लागू
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की लड़ाई चिकित्सक मिलकर लड़ेंगे। कहा कि इस महामारी के समय जनता की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। आज उन्होंने रांची के सदर अस्पताल में आइसीयू और एचडीयू वार्ड शुरू किया।
रांची, जासं।कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए रांची के सदर अस्पताल में मंगलवार को पीडियाट्रिक आइसीयू और एचडीयू वार्ड मरीजों के लिए खोल दिया गया। इसमें छोटे बच्चों का इलाज हो सकेगा। वार्ड में 28 बेड का पीडियाट्रिक आइसीयू और 24 बेड एचडीयू के हैं। वार्ड का उद्घाटन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि अमेरिका में जिस प्रकार कोरोना संक्रमण के दौरान चिकित्सकों के आपसी तालमेल से काम लिया गया, वैसा ही मॉडल यहां लागू कर बच्चों का इलाज किया जाएगा।
शिशु रोग विशेषज्ञों के साथ अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी बच्चों के इलाज में लगाया जा सकता है। राज्य के चाइल्ड केयर यूनिट को मजबूत बनाया जाएगा। पीआइसीयू वार्ड खुलने से कोविड महामारी के संक्रमण से पीडि़त गंभीर बच्चों को वेंटिलेटर की सुविधा मिल पाएगी। समारोह में प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, सिविल सर्जन डाॅ. विनोद कुमार आदि मौजूद थे।
चिकित्सा के क्षेत्र में बढ़ना है आगे
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस महामारी के समय जनता की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता है। झारखंड सरकार का लक्ष्य है कि स्वास्थ्य सेवा में संसाधनों की वृद्धि की जाए। हमें चिकित्सा क्षेत्र में आगे बढऩा है।
निजी अस्पतालों को लगाना होगा पीएस ऑक्सीजन प्लांट
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि संभावित तीसरी लहर के बीच राज्य भर के अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। जिन निजी अस्पतालों में 50 बेड भी हैं, उन्हें पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करनी होगी। ऑक्सीजन की कमी न, हो इसके लिए सूबे में 69 आक्सीजन प्लांट भी लगवाए जा रहे हैैं। सिविल सर्जन डाॅ. विनोद कुमार ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर बेड खाली नहीं रहेगा।
आइसीयू पर लोड होगा कम
अब सदर अस्पताल में मौजूद आइसीयू पर से लोड कम होगा। कम गंभीर मरीजों को एचडीयू में इलाज किया जाएगा। तबीयत ज्यादा गंभीर होने पर ही आइसीयू मेंं शिफ्ट किया जाएगा।