कैसे होगा अपराध न‍ियंत्रण, झारखंड में खाली चल रहे पुलिस के 29 पद, 11 बड़े पद चल रहे प्रभार में

अपराध और नक्‍सलवाद की समस्‍या से पीड़‍ित झारखंड में पुल‍िस के 29 पद इस समय खाली चल रहे हैं। सभी 40 पद आइपीएस अधिकारियों के विभाग के की-पोस्ट हैं। समादेष्टा से लेकर डीजी रैंक तक है विभाग में अफसरों की भारी कमी।

By M EkhlaqueEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 06:30 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 06:30 AM (IST)
कैसे होगा अपराध न‍ियंत्रण, झारखंड में खाली चल रहे पुलिस के 29 पद, 11 बड़े पद चल रहे प्रभार में
झारखंड पुल‍िस में बड़े पैमाने पर खाली पद च‍िंंता के कारण हैं।

रांची, (दिलीप कुमार) : राज्य में आइपीएस अधिकारियों की भारी कमी है। यही वजह है कि इन अधिकारियों के 'की-पोस्ट' (समादेष्टा से लेकर डीजी रैंक तक) प्रशासनिक व्यवस्था संभालने में झारखंड पुलिस का पसीना छूट रहा है। राज्य के 40 ऐसे 'की-पोस्ट' (महत्वपूर्ण पद) हैं, जहां आइपीएस अधिकारी का पदस्थापन अनिवार्य है, क्योंकि इनमें 29 पद पूरी तरह खाली हैं, जिनका प्रभार भी किसी को नहीं दिया गया है। जरूरत के हिसाब से सिर्फ 11 पदों पर ही अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। ये ऐसे पद हैं, जिन्हें एक बटालियन, जिला, रेंज, प्रक्षेत्र व संस्था के नेतृत्व की जिम्मेदारी है। इनमें एक डीजी, तीन एडीजी, पांच आइजी, 10 डीआइजी, पांच एसपी व पांच कमांडेंट के पद हैैं। गृह रक्षा वाहिनी सह अग्निशमन में न तो डीजी हैं, न डीआइजी और ना ही एसपी या समादेष्टा। यह ऐसा विभाग है, जो पुलिस मुख्यालय से गाइड नहीं होता है। यह सीधे गृह विभाग के अधीन आता है। अधिकारियों के नहीं होने के चलते यहां कोई डीडीओ बहाल नहीं हो सका, जिसके चलते वेतन बंद है और अग्निशमन की गाडिय़ों में ईंधन तक के पैसे नहीं हैं। पेट्रोल पंप वालों ने ईंधन देने से मना कर दिया है।

कुछ खाली तो कई अतिरिक्त प्रभार में चल रहे है पद, नहीं हो सका पदस्थापन डीजी रैंक : एसीबी (प्रभार में), गृह रक्षा वाहिनी सह अग्निशमन (खाली), झारखंड हाउङ्क्षसग पुलिस कारपोरेशन लिमिटेड (प्रभार में)। एडीजी : आधुनिकीकरण (खाली), विशेष शाखा (खाली) व प्रशिक्षण (खाली)। आइजी : मुख्यालय (खाली), विशेष शाखा (अतिरिक्त प्रभार), एसटीएफ (अतिरिक्त प्रभार), दुमका जोन (खाली), सीआइडी में आइजी के दो पद (दोनों खाली), जैप (खाली)। डीआइजी : रांची (खाली), कोल्हान (खाली), पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (खाली), बजट (खाली), जंगल वारफेयर स्कूल नेतरहाट (खाली), एसआइबी (खाली), विशेष शाखा (अतिरिक्त प्रभार), वायरलेस (खाली), एसीबी (खाली), रेल (खाली), गृह रक्षा वाहिनी सह अग्निशमन (खाली)। एसपी : अभियान (खाली), एआइजी टू डीजीपी (खाली), गृह रक्षा वाहिनी सह अग्निशमन (खाली), प्रशिक्षण (खाली), एसीबी में तीन एसपी (एक खाली, दो अतिरिक्त प्रभार में), रेल थाना धनबाद (अतिरिक्त प्रभार में)। समादेष्टा : जैप-9 (अतिरिक्त प्रभार), आइआरबी-1 (खाली), आइआरबी-3 (खाली), आइआरबी-4 (अतिरिक्त प्रभार), आइआरबी-8 (खाली), आइआरबी-9 (अतिरिक्त प्रभार), आइआरबी-10 (खाली), एसआइआरबी-2 (अतिरिक्त प्रभार) व एसआइएसएफ (खाली)।

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