मुद्दों पर घेरने की कवायद, आपस में आरोप-प्रत्यारोप का तेज होगा सिलसिला
राज्य की दो विधानसभा सीटों दुमका और बेरमो में उपचुनाव की घोषणा के साथ ही प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। विपक्षी दल भाजपा ने राज्य सरकार के नौ माह के कार्यकाल को उपचुनाव में मुद्दा बनाने का निर्णय किया है।
रांची : राज्य की दो विधानसभा सीटों दुमका और बेरमो में उपचुनाव की घोषणा के साथ ही प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। विपक्षी दल भाजपा ने राज्य सरकार के नौ माह के कार्यकाल को उपचुनाव में मुद्दा बनाने का निर्णय किया है। इसकी शुरूआत विभिन्न माध्यमों के जरिए सरकार पर सीधे प्रहार से होगी।
इसके साथ ही पूर्ववर्ती सरकार की उन योजनाओं की याद लोगों को दिलाई जाएगी, जो बंद की जा चुकी हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी के मुताबिक सरकार के पास उपलब्धियां गिनाने के नाम पर कुछ भी नहीं है। कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर राज्य सरकार ने नई योजनाओं की शुरूआत तक नहीं की। सिर्फ लंबे-चौड़े वादे किए गए। किसानों की कर्ज माफी का दावा राज्य सरकार ने किया था, लेकिन अभी तक इसे अमल में नहीं लाया जा सका है। बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा भी छलावा साबित हुआ। जिन अनुबंधकर्मियों को स्थायी नौकरी देने के नाम पर सरकार सत्ता में आई, अब उसकी नौकरी लेने पर सरकार उतारू है। सरकार के पास बताने को कुछ भी नहीं है। उपचुनाव में भाजपा के पास मुद्दों की कमी नहीं है।
विपक्ष के मुकाबले के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन की तैयारियां भी पुख्ता है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच मुलाकात में उपचुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं दुमका में कैंप करेंगे। इसके अलावा मंत्रियों को भी दोनों विधानसभा क्षेत्रों में लगातार दौरा करने का निर्देश दिया गया है। भाजपा के आरोप पर पलटवार करते हुए झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि हेमंत सरकार के नौ माह की उपलब्धियां पूरा देश देख रही है। कोरोना संक्रमण काल में लोगों को सुरक्षित लाने से लेकर रोजगार प्रदान करने में राज्य सरकार अव्वल है। कृषि ऋण माफी की घोषणा हो चुकी है। भाजपा सिर्फ लोगों को बरगला रही है। उसके पास बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। सत्तारूढ़ गठबंधन दोनों सीटों पर जीत हासिल करेगा।
---------