ब्लैक फंगस से अस्पताल हुआ मुक्त, कोरोना के फिर चार मरीज भर्ती

राजधानी के अस्पताल में अब ब्लैक फंगस का एक भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 07:30 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 07:30 AM (IST)
ब्लैक फंगस से अस्पताल हुआ मुक्त, कोरोना के फिर चार मरीज भर्ती
ब्लैक फंगस से अस्पताल हुआ मुक्त, कोरोना के फिर चार मरीज भर्ती

जासं,रांची : राजधानी के अस्पताल में अब ब्लैक फंगस का एक भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है। जबकि कोरोना का फिर एक दिन में चार मरीज अस्पताल में भर्ती हुए। इसमें दो रिम्स और दो सदर अस्पताल में भर्ती है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब ब्लैक फंगस के एक मरीज को रिम्स से छुट्टी दे दी गई है। इससे पहले बुधवार को रिम्स में भर्ती एक कोरोना मरीजों को छुट्टी दी गई थी, लेकिन 24 घंटे के बाद ही दो और मरीज भर्ती हो गए।

शुक्रवार को पंडरा की रहने वाली 68 वर्षीय महिला और पिस्कानगड़ी की रहने वाली 55 साल की महिला को रिम्स में भर्ती कराया गया है। दोनों महिलाओं को न्यू ट्रामा सेंटर के दूसरे तल्ले में रखा गया है। दोनों महिलाओं का ईलाज क्रिटिकल केयर विभाग के इंचार्ज डा पीके भट्टाचार्य की देखरेख में किया जा रहा है। मालूम हो कि पूरे राज्य में सबसे अधिक एक्टिव मरीज रांची जिला में हैं। झारखंड में वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या 121 हो गई है। पोस्ट कोविड मरीजों की संख्या में नहीं आ रही कमी

राज्य में कोरोना के बाद कोविड के मरीजों की संख्या में कमी तो आई पर पोस्ट कोविड के मरीज लगातार आ रहे हैं। वर्तमान में रिम्स में पोस्ट कोविड के करीब 29 मरीज भर्ती हैं। पोस्ट कोविड के अधिकतर मरीजों में फेफड़े की समस्या है। मरीजों में सांस लेने की समस्या अब भी आ रही है। इसके अलावा ओपीडी में कोरोना संक्रमण के बाद से विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे लोगों की संख्या अधिक है। कोविड के बाद हृदय रोगियों की संख्या भी बढ़ गई है। सिविल सर्जन डा. विनोद कुमार बताते हैं कि कोरोना मरीजों के लिए जिले के सभी अस्पतालों में इलाज की पूरी व्यवस्था पिछले दो माह से ही की जा चुकी है। इसके बाद भी बताया जा रहा है कि तीसरी लहर आ सकती है। इसके लिए हर स्तर से तैयारी है। लेकिन, जिस तरह से संक्रमितों के मिलने का प्रतिशत कम हुआ है वो अच्छे संकेत है। लोग जागरूक हुए हैं, लेकिन पिछले दिनों केरल में लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो चिता का विषय है। इसे देखते हुए अभी अस्पतालों को अलर्ट रहना होगा।

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