झारखंड में कानून व्यवस्था की स्थिति पर हाई कोर्ट ने उठाया सवाल, कहा- पहले पुलिसकर्मी फिर वकील और अब जज पर हमला
Dhanbad Judge Murder Case धनबाद के जज उत्तम आनंद के मौत मामले में झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए एडीजी संजय लटकर के नेतृत्व में एसआईटी जांच का निर्देश दिया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। धनबाद के जज उत्तम आनंद के मौत मामले में झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए एडीजी संजय लटकर के नेतृत्व में एसआईटी जांच का निर्देश दिया है। अदालत ने टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई है, कुछ दिनों पहले पुलिसकर्मी रूपा तिर्की बाद में वकील और अब जज पर हमला किया गया। अदालत ने कहा कि कोर्ट इस मामले की निगरानी करेगी और एसआईटी को समय-समय पर अपनी जांच रिपोर्ट अदालत में दाखिल करनी होगी।
अगर किसी भी समय अदालत को ऐसा प्रतीत हुआ कि जांच सही दिशा में नहीं है तो इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाएगी। इस दौरान डीजीपी नीरज सिन्हा ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि वह प्रोफेशनल तरीके से मामले की जांच करेंगे और उन्होंने एसआईटी के नेतृत्व करने के लिए संजय लौटकर का नाम सुझाया। जिसके बाद कोर्ट ने उस पर अपनी सहमति प्रदान कर दी अदालत इस बात से लेकर काफी नाराज था कि घटना के बाद एफआईआर दर्ज करने में पुलिस देरी की है। अदालत ने यहां तक कहा कि पहले राज्य नक्सलियों के लिए जाना जाता था। लेकिन उस दौरान भी किसी न्यायिक अधिकारी पर हमला नहीं हुआ था लेकिन अब अब जब इनका प्रभाव कम हुआ है तो ऐसी घटनाएं पूरे देश में मुद्दा बन गई।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह भी हाईकोर्ट में जुड़े और उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को सीजेआइ के सामने उन्होंने उठाया है वह इस मामले में हाईकोर्ट की भी पूरी तरह से मदद करेंगे उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना न्यायिक व्यवस्था पर एक चोट की तरह इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।