एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट ने 2017-19 के विद्यार्थियों को इंटरनल में शून्य अंक देकर किया फेल

एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के सत्र 2017-19 के छात्रों के भविष्य के साथ बड़ी लापरवाही बरती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 06:34 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 06:34 AM (IST)
एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट ने 2017-19 के विद्यार्थियों को इंटरनल में शून्य अंक देकर किया फेल
एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट ने 2017-19 के विद्यार्थियों को इंटरनल में शून्य अंक देकर किया फेल

जासं, रांची : एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के सत्र 2017-19 के छात्रों के भविष्य के साथ बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। इंजीनियरिग ड्राइंग सहित प्रैक्टिकल में इंस्टीट्यूट ने इंटरनल में नबंर नहीं दिया, इसलिए बच्चे फेल हो गए। इससे आक्रोशित विद्यार्थियों ने बुधवार को एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के सामने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि आल इंडिया ट्रेड टेस्ट की परीक्षा आनलाइन होती है। इसमें पहले से इंजीनियरिग ड्राइंग सहित प्रैक्टिकल का नंबर ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के द्वारा नहीं दिए जाने से विद्यार्थियों को फेल दिखाया जा रहा था। ऐसे में छात्रों ने कई बार ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के शिक्षकों और अधिकारियों से इंटरनल में नबंर देने का आग्रह किया। मगर छात्रों को केवल आश्वासन देकर भेज दिया जाता था। वहीं जब फाइनल रिजल्ट आया तो ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के सभी विद्यार्थी फेल कर दिए गए।

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ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के विद्यार्थी सुनील कुमार ने बताया कि इससे सभी विद्यार्थियों के करियर पर असर पड़ेगा। इसका जिम्मेदार एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट है। अब अगर इंस्टीट्यूट दोबारा नंबर देकर पास भी कराएगा तो दो मा‌र्क्सशीट हो जाएंगे। इससे आगे की भर्ती प्रक्रिया पर असर पड़ेगा। यहां से पास होने वाले छात्र केवल एचईसी में ही नहीं नौकरी करते। उन्हें अन्य कंपनियों में भी काम करना होता है। ऐसे में उनका भविष्य अब अधर में लटक गया है। इधर, एचईसी ट्रेनिग इंस्टीट्यूट के शिक्षक और अधिकारी इस मामले को लेकर मौन हैं। उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया है। इस सत्र में संस्थान में लगभग 45 छात्रों का नामांकन हुआ था।

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