फेरी वाले के बेटे ने झारखंड कंबाइंड इंजीनियरिंग की परीक्षा में राज्य में पाया प्रथम स्थान

Jharkhand Combined Engineering Exam Jharkhand News गुंजन कुमार ने जनरल व ओबीसी दोनों कैटेगरी में नंबर वन रैंक प्राप्त किया है। गुंजन के पिता धनी महतो फेरी कर कपड़ा बेचने का काम करते हैं। गुंजन ने मैट्रिक व इंटर साइंस की पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर सिरका से की है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 05:36 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 05:44 PM (IST)
फेरी वाले के बेटे ने झारखंड कंबाइंड इंजीनियरिंग की परीक्षा में राज्य में पाया प्रथम स्थान
Jharkhand Combined Engineering Exam, Jharkhand News पुत्र को मिठाई खिलाती माता प्रतिमा देवी, पिता धनी महतो व बहन चंचल कुमारी।

गिद्दी (रामगढ़), जासं। रामगढ़ जिले के डाड़ी प्रखंड भवन के समीप रहकर हॉट बाजारों में फेरी करने वाले धनी महतो के पुत्र गुंजन कुमार ने झारखंड कंबाइंड इंट्रेंस कॉम्पिटेटिव एक्जाम (डीईसीई) लेटरल एंट्री 2021 की परीक्षा में झारखंड में पहला रैंक लाकर प्रखंड का नाम रोशन किया है। गुंजन ने परीक्षा में राज्य में पहला स्थान प्राप्त कर साबित कर दिया कि यदि सच्ची लगन हो तो हर काम संभव है। गुंजन कुमार ने जनरल व ओबीसी दोनों कैटेगरी में नंबर वन रैंक प्राप्त किया है।

गुंजन के पिता धनी महतो का डाड़ी प्रखंड भवन के बगल में घर है। वह वहीं पर छोटा-सा दुकान चलाते हैं। साथ ही प्रखंड के कई गांवों के हाट बाजार में फेरी कर कपड़ा बेचने का काम करते हैं। धनी महतो कपड़ा बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। इसके बावजूद उन्‍होंने अपने पुत्र को बेहतर शिक्षा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गुंजन कुमार ने बताया कि उसने मैट्रिक व इंटर साइंस की पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर सिरका से की है।

इस दौरान गिद्दी के नॉलेज आइकॉन कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई की। 22 सितंबर को रांची में मिले सेंटर में झारखंड कंबाइंड इंट्रेंस कॉम्पिटेटिव एक्जाम (डीईसीई) लेटरल एंट्री परीक्षा दी। शनिवार की सुबह उनकी बड़ी बहन चंचल कुमारी ने मोबाइल में परिणाम देखकर झारखंड में पहला रैंक हासिल करने की अच्छी खबर सुनाई। अब गुंजन का नामांकन इलेक्ट्रिकल इंजीनियर टेऊड में जीपी आदित्यपुर में होगा।

गुंजन ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता धनी महतो, मां प्रतिमा देवी, बहन चंचल कुमारी, नॉलेज आइकॉन के शिक्षक डा. जीडी पाठक, शक्ति सिन्हा, निदेशक रीना वर्मा, एसवीएम के शिक्षक विनोद श्रीवास्तव को दी है। वहीं एसवीएम के शिक्षकों एवं नॉलेज आइकॉन के शिक्षकों ने गुंजन को इस सफलता पर बधाई दी है।

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