डॉक्टरी पेशा नहीं लोक सेवा का व्रत
कोरोना संक्रमण में राज्य के डॉक्टरों को संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। मगर इसके बाद भी हमलोग अ
कोरोना संक्रमण में राज्य के डॉक्टरों को संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। मगर इसके बाद भी हमलोग अपने सेवा कार्य से पीछे नहीं हट सकते। जैसे एक फौजी देश की सीमा पर दुश्मनों से मुकाबला करता है। वैसे ही हम देश के अंदर फैले इस समाज के दुश्मन को हराने की कोशिश में लगे हैं। हमारे लिए डॉक्टरी एक पेशा नहीं बल्कि लोक सेवा का व्रत है। इस मुश्किल वक्त में हम लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते हैं।
डॉ लिली, रिम्स
------------
लोगों के पैसे नहीं देने से परेशान
मैं रोज 3.30 बजे घर से पेपर लेने के लिए निकल जाते हूं। सुबह सात बजे तक सभी के घरों में पेपर पहुंचा देता हूं। लोग इस मुश्किल वक्त में अखबार के समाचार पर भरोसा कर रहे हैं। हम अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हैं। सुबह सड़कों पर लोग भी कम होते हैं तो उससे पहले अपना काम खत्म कर लेते हैं। मैं घर जाकर सबसे पहले नहाता हूं। फिर घर में प्रवेश करता हूं।
प्रदीप तिवारी, पिस्का मोड़
--- सफाई से हारेगा कोरोना
कोविड-19 एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमण से फैल रही है। ऐसे में हमारा काम काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। समाज में इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए साफ-सफाई रखना काफी जरूरी है। अपने घर के आसपास की सफाई का लोगों को भी ध्यान रखना चाहिए। कई लोग अभी भी अपने घर के आसपास गंदगी रख रहे हैं। ऐसे लोग समाज के लिए दुश्मन से कम नहीं हैं। हम अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहें हैं तो समाज से भी मदद की अपेक्षा रखते हैं।
राजदीप मृद्धा, सफाईकर्मी
------------------
घरवालों को रहती है चिंता
साफ-सफाई तो हमारा काम है। मगर जब देश के सामने इतना बड़ा संकट है तो ये हमारे लिए धर्म बन गया है। सुबह जब काम पर निकलता हूं तब से घर के सभी लोगों को मेरी चिंता रहती है। सफाई का काम करने के दौरान मुझे भी संक्रमित हो जाने का डर रहता है। मगर मैं पूरी सुरक्षा के साथ अपना काम कर रहा हूं। घर जाकर खुद को अच्छे से साफ करता हूं। फिर कोई काम करता हूं। कई जगह लोगों ने हमारा सम्मान किया। ये देखकर बहुत गर्व हुआ।
रमेश मुंडा, सफाईकर्मी
--------------