उच्च शिक्षा में ग्रास इनरालमेंट में सुधार, पर अभी भी एक लाख आबादी पर 8 ही कॉलेज
राज्य में ग्रास इनरालमेंट रेशियो (कुल नामांकन अनुपात) में बढ़ोत्तरी हो रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन-2019-20 की रिपाेर्ट में ये बातें सामने आई हैं। राज्य में अभी भी एक लाख आबादी (18-23 वर्ष) पर महज आठ कॉलेज उपलब्ध हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो । राज्य में ग्रास इनरालमेंट रेशियो (कुल नामांकन अनुपात) में बढ़ोत्तरी हो रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन-2019-20 की रिपाेर्ट में ये बातें सामने आई हैं। राज्य में अभी भी एक लाख आबादी (18-23 वर्ष) पर महज आठ कॉलेज उपलब्ध हैं। पिछले वर्ष की रिपोर्ट में भी इतने ही कॉलेज उपलब्ध थे।
रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में उच्च शिक्षा में ग्रास इनरालमेंट रेशियो (कुल नामांकन अनुपात) 19.1 से बढ़कर अब 20.9 प्रतिशत हो गया है। छात्रों का यह रेशियो 21 तथा छात्राओं का 20.9 प्रतिशत है। हालांकि देश में उच्च शिक्षा में ग्रास इनरालमेंट रेशियो 27.1 प्रतिशत है। कॉलेजों की उपलब्धता की बात करें तो राज्य में एक लाख आबादी पर जहां आठ कॉलेज ही उपलब्ध हैं, वहीं देश में इतनी ही आबादी पर 30 कॉलेज उपलब्ध हैं। झारखंड में एक कॉलेज में औसत 1,978 छात्र-छात्राओं का नामांकन होता है, जबकि देश में एक कॉलेज में औसत 680 छात्र-छात्राओं का नामांकन होता है। इसमें सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में सिर्फ चंडीगढ़ ही झारखंड से पीछे है।
नौ वर्ष में एक लाख आबादी पर बढ़े महज एक कॉलेजराज्य में वर्ष 2011-12 में एक लाख की आबादी पर सात कॉलेज उपलब्ध थे। इस तरह, नौ वर्ष में राज्य में एक लाख की आबादी पर महज एक कॉलेज बढ़ा।
राज्य में ऐसे बढ़ रहा जीईआर
वर्ष - जीईआर
2013-14 : 13.3
2014-15 : 15.4
2015-16 : 15.5
2016-17 : 17.7
2017-18 : 18.0
2018-19 : 19.1
2019-21 : 20.9