झारखंड के रामगढ़ में पोते के लगन के दिन ही दादी का हुआ निधन, माहौल हुआ गमगीन
होसिर गांव में पोते के लगन के दिन दादी की मौत ने विवाह के माहौल को गमगीन बना दिया। घर में शादी का माहौल अचानक मातम में बदल गया। बाद में पोते लगन में जाने के बजाए लोग दादी की अर्थी लेकर शव यात्रा में शामिल हुए।
गिद्दी (रामगढ), संसू । होसिर गांव में पोते के लगन के दिन दादी की मौत ने विवाह के माहौल को गमगीन बना दिया। घर में शादी का माहौल अचानक मातम में बदल गया। बाद में पोते लगन में जाने के बजाए लोग दादी की अर्थी लेकर शव यात्रा में शामिल हुए। होसिर निवासी सह गिद्दी कोलियरी में सुरक्षा कर्मी सरजू महतो ने बताया कि उनके मंझले भाई धनपति महतो के पुत्र प्रवीण का विवाह 13 मई तथा पुत्री विनिता का विवाह 14 मई को होना था। घर में दोनों के विवाह की तैयारी जोरों से चल रही थी। इसको लेकर सोमवार की रात परिवार के सदस्य विवाह के उमंग मेें नाच-गान कर रहे थे। मां पानको देवी भी पोता-पोती के शादी से खुश थी।
सब कुछ ठीक चल रहा था कि रात्रि सवा ग्यारह बजे मां का अचानक निधन हो गया। कहा कि कुछ दिनों से मां बीमार चल रही थी। उन्हें टायफाइड हुआ था। उनका उपचार भी चल रहा था। उनके निधन से विवाह का माहौल गम में बदल गया है। सरजू ने बताया कि मंगलवार का भतीजा प्रवीण की होने वाली दुल्हन के यहां लगन बांधने के लिए डाडी प्रखंड के रिकवा गांव जाना था।
वहीं बुधवार को भतीजी का लगन बांधने के लिए रांची से लड़के वाले आने वाले थे। सरजू ने बताया कि मंगलवार को मां पानको देवी का दाह संस्कार होसिर मरनगढ़ा नदी स्थित श्मशान घाट में कर दिया गया। जहां मुखाग्नि बड़े पुत्र जगदीश महतो ने दिया। सरजू ने बताया कि मां के निधन के बाद भतीजा-भतीजी की विवाह की तिथि आगे बढ़ाए जाने को लेकर भतीजा- भतीजी का जिनके घर रिश्ता होना है उन सबो से बात किया जा रहा है।