राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों व कालेजों में लंबे समय से रिक्त पदों पर जताई चिता

राज्यपाल रमेश बैस ने विश्वविद्यालयों व कालेजों में लंबे समय से रिक्त चल रहे पदों को लेकर बैठक किए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 07:05 AM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 07:05 AM (IST)
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों व कालेजों में लंबे समय से रिक्त पदों पर जताई चिता
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों व कालेजों में लंबे समय से रिक्त पदों पर जताई चिता

राज्य ब्यूरो, रांची : राज्यपाल रमेश बैस ने विश्वविद्यालयों व कालेजों में लंबे समय से रिक्त चल रहे पदों को लेकर चिता जताई है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के अभाव में विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित होती है। यह बहुत ही गंभीर समस्या है। किसी भी हाल में विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। राज्यपाल सोमवार को विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग तथा जेपीएससी के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा की स्थिति में सुधार लाना हमारी प्राथमिकता है।

राज्यपाल ने नियुक्ति में हो रही देरी को लेकर विश्वविद्यालयों को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को भी आरक्षण का रोस्टर क्लियरेंस कर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को समय पर भेजना चाहिए। कहा कि झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा किसी पद पर चयन कर अनुशंसा भेजे जाने के बाद भी विश्वविद्यालय द्वारा योगदान कराने में देर कराना उचित नहीं है। विश्वविद्यालय को किसी प्रकार की शंका हो तो तथ्यों के साथ राजभवन को जानकारी दे।

बैठक में उपस्थित जेपीएससी के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी से राज्यपाल ने कहा कि आयोग विश्वविद्यालय की आपत्तियों का जवाब शीघ्र प्रेषित करे। उन्होंने योजना सह वित्त विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह से कहा कि वित्त विभाग शिक्षा हित में विश्वविद्यालयों की आवश्यकताओं को प्राथमिकता के आधार पर कार्य करने की कोशिश करे। बैठक में उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय नियम-कानून के तहत कार्य करें। कर्मियों के वेतन निर्धारण हेतु प्रस्ताव सही तथ्यों के साथ प्रेषित करें। अनावश्यक मामले न आएं तथा सभी जबावदेही के साथ कार्य करें।

बैठक में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने विश्वविद्यालयों में शिक्षकों/शिक्षकेतर कर्मियों के स्वीकृत पदों की संख्या, कार्यरत कर्मियों एवं रिक्त पदों की संख्या के साथ विभिन्न आवश्यकताओं के संदर्भ में राज्यपाल को अवगत कराया। साथ ही सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय अंतर्गत महिला महाविद्यालय परिसर में प्राचार्य आवास के निर्माण पर भी चर्चा हुई। बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव शैलेश कुमार सिंह, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त सह डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति भी शामिल हुए।

-------- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में किसी भी स्तर पर शिथिलता

राज्यपाल ने बैठक में कहा कि विश्वविद्यालयों व कालेजों में आधारभूत संरचनाएं मौजूद होनी चाहिए। कालेजों में अब कक्षाएं आफलाइन शुरू हो गई हैं। ऐसे में विद्यार्थियों के शिक्षण पर और विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय समयबद्ध होकर कार्य करें। नियुक्ति से लेकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरतें। छात्रहित में राजभवन विश्वविद्यालयों की समस्याओं के लिए हर क्षण उपलब्ध है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में कई बड़ी समस्याएं भी हैं, लेकिन इच्छाशक्ति से इन सभी का निदान किया जा सकता है। इसके लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।

--------- पद रिक्त होते ही जेपीएससी को अनुशंसा

राज्यपाल ने कुलपतियों को निर्देश देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक जैसे महत्वपूर्ण पद यदि रिक्त हों तो उन पदों पर अविलंब नियुक्ति की अनुशंसा झारखंड लोक सेवा आयोग को भेजी जाए।

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