किसानों के लिए खुशखबरी: चतरा के 7 प्रखंडों में बनेगा कोल्ड स्टोरेज, भूमि चयन की प्रक्रिया शुरू
Chatra Jharkhand News Update अपर समाहर्ता ने संबंधित अंचलों से जमीन का प्रस्ताव मांगा है। सरकार के निर्देश के आलोक में जमीन को चिन्हित करने के लिए संबंधित अंचलों के अंचल अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है।
चतरा, जासं। Chatra Jharkhand News किसानों के लिए खुशखबरी है। उन्हें उत्पादित फसलों को रखने की चिंता से जल्द ही निजात मिलने वाली है। एक साथ जिले के सात प्रखंडों में मिनी कोल्ड स्टोरेज के निर्माण की स्वीकृति मिली है। इसके लिए भूमि चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कृषि विभाग ने स्थल का चयन करते हुए जिला प्रशासन को भूमि चिन्हित करने का निर्देश दिया है। सरकार के निर्देश के आलोक में जमीन को चिन्हित करने के लिए संबंधित अंचलों के अंचल अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है।
मिनी कोल्ड स्टोरेज के लिए सदर प्रखंड के हफुआ, मयूरहंड प्रखंड के मयूरहंड, कान्हाचट्टी प्रखंड के जमरी-बकसपुरा, सिमरिया प्रखंड के सिमरिया, प्रतापपुर प्रखंड के रामपुर, गिद्धौर प्रखंड के गिद्धौर और हंटरगंज प्रखंड के डुमरीकला पंचायत को चयनित किया गया है। मिनी कोल्ड स्टोरेज के लिए 20 डिसमिल भूमि की आवश्यकता है। अपर समाहर्ता ने संबंधित अंचलों को यथाशीघ्र उपायुक्त पंचायतों में गैर मजरूआ भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव मांगा है।
'सात प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज के निर्माण का प्रस्ताव सरकार से आया है। मिनी कोल्ड स्टोरेज के लिए बीस डिसमिल भूमि अपेक्षित है। इसके लिए सभी अंचलों को चयनित पंचायतों में भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है।' -संतोष कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता, चतरा।
किसानों को समर्पित की गई लाह प्रोसेसिंग यूनिट
चतरा जिले के सिमरिया प्रखंड मुख्यालय के वन रोपण कार्यालय परिसर में शनिवार को समारोहपूर्वक लाह प्रसंस्करण इकाई का उद्घाटन किया गया। इकाई का उद्घाटन क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक संजीव कुमार ने फीता काटकर किया। उद्घाटन में क्षेत्रीय वन संरक्षक अजीत कुमार सिंह, दक्षिणी वन प्रमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद सुमन, जिप सदस्य जयप्रकाश सिंह और वन क्षेत्र पदाधिकारी छोटे लाल शाह मुख्य रूप से उपस्थित थे। समारोह में पूजा अर्चना की गई तथा इकाई के पुष्पित पल्लवित होने की कामना की गई।
उद्घाटन के मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वन संरक्षक ने प्रसंस्करण इकाई को ग्रामीणों को समर्पित किया और इसका लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यहां के वन क्षेत्र में लाह उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं। यहां लाह उत्पादन के स्रोत प्लास कुसुम और बेर के वृक्ष प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। वन विभाग लाह की खेती के लिए प्रशिक्षण ही उपलब्ध कराएगी। इच्छुक किसानों को खेती से जुड़े सभी व्यवस्था मुहैया कराएगी।
यहां की किसान लाह की खेती की ओर प्रेरित हो और आर्थिक रूप से समृद्ध हो। समारोह में जिला वन पदाधिकारी ने जंगल को आग से बचाने का अनुरोध किया। वही जिप सदस्य प्रसंस्करण इकाई के उद्घाटन पर वन विभाग को प्रशंसा की। मौके पर रेंजर उमेश प्रसाद, पूर्व जिप उपाध्यक्ष देवनंदन साहु भाजपा नेता उपेंद्र सिंह सहित वन समिति के सदस्य, वन सुरक्षाकर्मी और जागरूक किसान मौजूद थे।