रांची के बुढ़मू में गैस सिलेंडर विस्फोट से घर खाक, लाखों की संपत्ति का नुकसान Ranchi News

जब ग्रामीणों ने सामूहिक प्रयास करते हुए खुद आग पर पा लिया काबू तो मौके पर पहुंचीं आग बुझाने वाली गाडिय़ां हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं खाना बनाते समय गैस लीक करने से धधकी आग।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 02:12 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 02:50 PM (IST)
रांची के बुढ़मू में गैस सिलेंडर विस्फोट से घर खाक, लाखों की संपत्ति का नुकसान Ranchi News
बुढमू प्रखंड के गेसवे गांव निवासी लालू महतो के घर मे गैस सिलेंडर (एलपीजी) के फटने से आग लग गई।

बुढ़मू (रांची) जागरण संवाददाता। रांची जिले के बुढ़मू प्रखंड क्षेत्र के गेसवे गांव में गैस सिलेंडर विस्फोट करने से बुधवार को पूरा घर जल कर खाक हो गया। यही नहीं लाखों की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है।

बताया गया कि लालू महतो के घर में बुधवार प्रात: करीब नौ बजे यह भीषण हादसा हुआ। सिलेंडर विस्फोट के बाद देखते ही देखते घर में आग लग गई। कई चीजें क्षतिग्रस्त हो गईं। आसपास के घरों में भी अफरा-तफरी मच गई। कई ग्रामीण अपना घर छोड़कर बाहर निकल गए। डर के मारे कोई आग पर काबू पाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। इस बीच आग धधकती गई। पूरा घर जलकर खाक हो गया।

आग लगने के बाद जले मकान के समीप जमा हुए

इसी बीच ग्रामीणों ने इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी। जब विभाग की आग बुझाने वाली गाडिय़ां नहीं पहुंचीं तो ग्रामीण खुद ही आग बुझाने लगे। जब आग बुझ गई तो रांची से फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई।

बताया गया कि लालू महतो व उनके घर के अन्य सदस्य अपने खेत में काम कर रहे थे। घर में लालू महतो की पत्नी खाना बना रही थी। इसी बीच रसोई गैस लीक होने से सिलेंडर में आग लग गई। पत्नी के शोर मचाने के बाद खेत में काम कर रहे लालू महतो दौड़ कर घर पहुंचे। इस बीच गैस सिलेंडर आग की जद में आ चुका था। लालू महतो को कुछ नहीं सूझ रहा था। इसी बीच सिलेंडर विस्फोट कर गया। इससे घर में आग लग गई। मिट्टी के घर समेत उसमें रखे लाखों रुपये की संपत्ति जल कर खाक हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि विस्फोट की सूचना अंचल पदाधिकारी मधुश्री मिश्रा को दी गई।

अंचल पदाधिकारी की सूचना पर ही रांची से अग्निशमन विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची थी। लेकिन ग्रामीणों ने इससे पहले ही आग पर काबू पा लिया था। उधर, लालू महतो ने कहा कि घर जलने से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि घर-परिवार अब कैसे चलेगा। कहा कि पाई-पाई जोड़कर घर-परिवार चला रहे थे। अब दो जून की रोटी के लिए भी तरसना पड़ेगा। ठंड भी शुरू हो गई है। ऐसे में अब खुले आसमान के नीचे रात काटनी पड़ेगी।

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