कोरोना की जीवनरक्षक इंजेक्शन की ऑनलाइन बुकिग कर डिलीवरी देने के नाम पर 43 की ठगी
कोरोना महामारी के संकट में ठगों ने अपने जाल बिछा रखी है।
जागरण संवाददाता, रांची : कोरोना महामारी के संकट में ठगों ने अपने जाल बिछा रखी है। अपने मरीजों को जान बचाने की कोशिश में जुटे परिजनों को साइबर ठग चूना लगा रहे हैं। इसी कड़ी में रांची के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कोरोना से पीड़ित गंभीर मरीज के परिजन से 43 हजार की ठगी कर ली गई। मरीज हजारीबाग के रहने वाले हैं। रांची के कोकर चौक के समीप स्थित अस्पताल में वे इलाजरत हैं। उनके बेटे विकास कुमार अस्पताल में ही रहकर अपने पिता का इलाज करवा रहे हैं। इस दौरान उन्हें अस्पताल की ओर से इंजेक्शन का नाम लिख कर दिया गया और मंगवाने के लिए कहा। इस पर विकास कुमार ने रांची के अलग-अलग मेडिकल स्टोर में दवा खरीदने की कोशिश की, लेकिन कहीं नहीं मिला। इस बीच अस्पताल में ही इलाजरत एक दूसरे मरीज के परिजन ने वाट्सएप के जरिए नंबर मिलने की बात कह मेडी शाइन फार्मा कंपनी के एजेंट का नंबर दिया। विकास कुमार ने जल्दबाजी में दवा उपलब्ध होने की आस लगाकर उस नंबर पर संपर्क किया। नंबर पर संपर्क किए जाने पर मेडी शाइन फार्मा के एजेंट ने विकास कुमार से बातचीत की और कहा आप पेमेंट कर देंगे तो आप के बताए पते पर संबंधित इंजेक्शन भेज दिया जाएगा। इंजेक्शन देने की जल्दी की वजह से विकास कुमार ने ठग के द्वारा भेजे गए अकाउंट नंबर पर 43 हजार रुपये भेज दिया। पैसे भेजने के बाद विकास कुमार ने जब संपर्क किया तो उसने नंबर ब्लॉक कर दिया। इस घटना की सूचना पुलिस को दी है। पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है। केवल वाट्सएप नंबर पर बात करता है, ठगी के बाद कर दिया ब्लॉक :
विकास कुमार के अनुसार इंजेक्शन उपलब्ध करवाने के लिए उनकी सारी बातचीत ठग के वाट्सएप कॉल (7873967954) के जरिए ही हुई थी। सामान्य कॉल नहीं करता, सामान्य कॉल पर उसका मोबाइल नंबर बंद बताता है। वाट्सएप पर मैसेज और वाट्सएप कॉलिग के जरिए ही वह बात करता है। वाट्सएप पर ही उसने ऑनलाइन बुक करने की बात की। पैसे लेने के बाद कहा कि आपकी इंजेक्शन आपके पति के लिए डिस्पैच किया जा रहा है। इसके बाद नंबर ब्लॉक कर दिया। संबंधित ठग के वाट्सएप नंबर पर मेडी शाइन फार्मा की डिटेल्स पूरा नाम पता दर्ज है। हालांकि यह फर्जी प्रतीत हो रहा है।
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अज्ञात स्त्रोत से मिले नंबर पर न लें किसी तरह की मदद, ना भेजें पैसे :
कोरोना महामारी के संकट में ठग लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। हर जिले और कस्बे तक के वाट्सएप ग्रुप में साइबर फ्रॉड अपना मोबाइल नंबर और लिक भेज रहे हैं। संबंधित मोबाइल नंबर से संपर्क करते ही साइबर फ्रॉड जल्दी कोरोना रक्षक इंजेक्शन सहित अन्य जीवन रक्षक सामग्री उपलब्ध करवाने के नाम पर पैसे की मांग कर रहे हैं। लोगों से पैसे लेने के बाद अपना नंबर ब्लॉक या बंद कर दे रहे। साइबर थाने के डीएसपी सुमित प्रसाद ने अज्ञात स्त्रोत से मिले फोन नंबरों से संपर्क कर मदद लेने से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा है कभी भी किसी तरह की मोबाइल नंबर के जरिए पैसे देकर ऑनलाइन दवा की बुकिग के झांसे में ना आएं। ऐसी घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। लिक भेजकर भी की जा रही ठगी :
इन दिनों साइबर अपराधी रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कैन सिलेंडर, पीपीई किट सहित अन्य कोरोना रक्षक सामग्री उपलब्ध कराने के नाम पर साइबर अपराधी लिक भी भेज रहे हैं। संबंधित लिक पर क्लिक करते ही मोबाइल हैक कर लिए जा रहे। इन लिक के जरिए रिमोट एडमिनिस्ट्रेशन टूल के क्रिम्सन मालवेयर भेजे जा रहे हैं। रांची के साइबर थाना की पुलिस ने इसे लेकर अलर्ट किया है। ऐसे किसी भी तरह की लिक से बचने की अपील की गई है। रांची में साइबर फ्रॉड ने इस तरह के मामले में लोगों को अपना शिकार भी बनाया है।