पलामू में चार सड़क लुटेरे धराए, देसी कट्टा-जिंदा कारतूस व मोटरसाइकिल बरामद
Jharkhand Hindi News Palamu Crime Update पलामू के रेहला से चारों अपराधी पकड़े गए हैं। पांडू में मोटरसाइकल सवार को धक्का मारकर लूट की घटना को इन्होंने अंजाम दिया था। इन लोगों के खिलाफ अलग-अलग थाना में मामला दर्ज है।
मेदिनीनगर (पलामू), जासं। पलामू पुलिस ने जिले के रेहला थाना के विभिन्न जगहों से चार सड़क लुटेरों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक देसी कट्टा, जिंदा कारतूस, लूट में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व चार मोबाइल फोन बरामद किया गया है। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने दी है। बताया कि पिछले चार अप्रैल को पांडू थाना क्षेत्र के लेदुका-बनवारी मोड़ के निकट अज्ञात अपराधकर्मियों ने स्वर्ण व्यवसायी को मोटरसाइकिल से धक्का मारकर गिराने के बाद हथियार का भय दिखा कर सोने-चांदी का आभूषण लूट लिया था।
इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया था। इस क्रम में मिली सूचना व तकनीकी जानकारी के आधार पर सबसे पहले रेहला के मायापुर से बिरेंद्र गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया। इससे मिली जानकारी के बाद गिरोह के सरगना मायापुर निवासी सतीश विश्वकर्मा, भरदुल गोस्वामी व डंडिला निवासी अनिल राम को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने सतीश के पास से एक देसी कट्टा व जिंदा कारतूस सहित लूट में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व चार मोबाइल फोन बरामद किया है।
एसपी ने बताया समीश के विरुद्ध रेहला थाना में छह, गढ़वा, रंका व पांडू थाना में एक-एक मामले दर्ज हैं। वहीं भरदुल के विरुद्ध रेहला थाना में तीन व पांडू थाना में एक मामला दर्ज है। छापामारी दल में शामिल पांडू थाना थाना प्रभारी समीर तिर्की, रेहला थाना प्रभारी नेमधारी रजक, गुलशन गौरव, मनोज कुमार सहित रेहला व पांडू थाना की टीम शामिल थी।
1.75 लाख में बेचे थे लूटे गए आभूषण
पांडू में एक व्यवसायी से लूटे गए आभूषणों को एक व्यक्ति को 1.75 लाख रुपये में बेचे गए थे। एसपी ने बताया कि लूट का सामान खरीदने वाले व्यक्ति की पहचान कर ली गई है। शीघ्र ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सीएसपी लूट कांड के आरोपित से मिला सुराग
पिछले अप्रैल माह में पांडू थाना क्षेत्र के रेहला सीएसपी लूट कांड में गिरफ्तार एक आरोपित से सुराग मिला। इसके बाद पुलिस टीम ने तकनीकी सेल की मदद से सभी को गिरफ्तार कर लिया। एसपी के अनुसार दोनों गिरोह का अपने-अपने क्षेत्र को लेकर आपसी तालमेल था। दोनों गिरोह किसी भी घटना को अंजाम देने के बाद एक दूसरे से साझा करते थे। इस बीच सीएसपी लूट कांड के एक आरोपित ने पुलिस के समक्ष पूरे घटना का खुलासा कर दिया।