Jharkhand Politics: दुर्गा सोरेन सेना का गठन, सीता सोरेन की दो बेटियों की राजनीति में एंट्री

Jharkhand Politics झारखंड में दुर्गा सोरेन सेना का गठन किया गया है। इसी के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन की दो बेटियों जयश्री सोरेन और राजश्री सोरेन की राजनीति में एंट्री हुई है। दुर्गा सोरेन शिबू सोरेन के पुत्र एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई थे ।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 12:56 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 12:56 PM (IST)
Jharkhand Politics: दुर्गा सोरेन सेना का गठन, सीता सोरेन की दो बेटियों की राजनीति में एंट्री
झारखंड में दुर्गा सोरेन सेना का गठन किया गया है।

रांची, राब्यू। झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन की बेटियों ने अपने दिवंगत पिता के नाम पर दुर्गा सोरेन सेना गठित की है। बिजनेस मैनेजमैंट और विधि की पढ़ाई कर चुकी राजश्री सोरेन और जयश्री सोरेन ने शुक्रवार को विजयादशमी के मौके पर इसकी घोषणा अपनी मां के धुर्वा स्थित सरकारी आवास पर की। हालांकि इस आयोजन में सीता सोरेन शामिल नहीं हुईं। पहले कहा जा रहा था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन आएंगे, लेकिन बकौल राजश्री दादाजी ने आशीर्वाद दिया है। वे इस फैसले से बहुत खुश हैं और बीमार होने की वजह से नहीं आ सके।

सीता सोरेन की दोनों बेटियों ने इस मौके पर लिखित भाषण पढ़ा। दावा किया कि यह उनका गैर-राजनीतिक मंच होगा। हालांकि दोनों इस बात का जवाब नहीं दे पाईं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की छात्र अथवा युवा शाखा के रहते हुए अलग से संगठन बनाने की आवश्यकता क्यों पड़ी। उन्होंने कहा कि पिता का नाम दुर्गा सोरेन है और विजयादशमी के दिन उनके नाम पर सेना की स्थापना का उद्देश्य राज्य में भ्रष्टाचार, विस्थापन, जमीन की लूट समेत अन्य मसलों पर संघर्ष करना है। यह पूछे जाने पर कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार कैसा काम कर रही है, उन्होंने हेमंत सोरेन की तारीफ की। कहा-अंकल झारखंड को आगे बढ़ा रहे हैं। वह सरकार को 100 प्रतिशत से भी ज्यादा अंक देंगी।

अभी काफी कम समय उन्हें बतौर मुख्यमंत्री काम करने का मौका मिला है और वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि अलग से संगठन बनाने की वजह से राजनीतिक हलकों में यह संदेश जा रहा है कि उनकी नाराजगी है, इस पर दोनों ने कहा कि उनका सपना दुर्गा सोरेन के सपने से जुड़ा है। वे अलग झारखंड आंदोलन के सिपाही थे। संगठन का विस्तार राज्य के हर जिले में होगा और इसकी इकाइयां खड़ी की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके पिता दुर्गा सोरेन से जुड़े रहे छोटेलाल महतो, राकेश पासवान, लाल बिहारी महतो, जितेंद्र सिंह पावर, राकेश मिश्रा जैसे लोगों का साथ मिल रहा है। सबके सहयोग से संगठन के कामकाज को आगे बढ़ाना उनका लक्ष्य है।

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