धू-धू कर जलीं तीन सिटी बसें, गांजा पीने से आग लगने की आशंका

बकरी बाजार स्थित नगर निगम के स्टोर कार्यालय परिसर में सोमवार को तीन सिटी बसों में आग लग गयी। इससे अफरातफरी की स्थिति रही। सिटी बसें पूरी तरह जल कर खाक हो गई। गनीमत थी कि आग ने अन्य बसों को चपेट में नहीं लिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 06:19 AM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 06:19 AM (IST)
धू-धू कर जलीं तीन सिटी बसें, गांजा पीने से आग लगने की आशंका
धू-धू कर जलीं तीन सिटी बसें, गांजा पीने से आग लगने की आशंका

जागरण संवाददाता, रांची : बकरी बाजार स्थित नगर निगम के स्टोर कार्यालय परिसर में सोमवार को तीन सिटी बसें धू-धू कर जल गईं। आग ने एक के बाद एक इन तीन बसों को अपनी चपेट में ले लिया। आग बढ़ते-बढ़ते चौथी बस तक भी पहुंच गयी। हालांकि तब तक आग बुझाने को निगमकर्मी पहुंच चुके थे। गनीमत यह रही कि आग स्टोर परिसर में रखीं अन्य 36 सिटी बसों तक नहीं पहुंची, अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता था। घटना सोमवार दोपहर डेढ़ बजे के आसपास की है।

आग कैसे लगी इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि निगमकर्मियों और वार्ड 20 के पार्षद का कहना है कि आग संभवत : नशेड़ियों के गांजा पीने से लगी होगी। स्टोर कार्यालय परिसर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। हो सकता है कि गांजा पीने के क्रम में बस में आग लग गयी हो। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस संबंध में कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है। धुआं उठता दिखाया दिया तो दौड़े निगमकर्मी : निगमकर्मियों का कहना था कि वो अपने काम में मशगूल थे। अचानक परिसर में काम कर रहे कर्मियों को परिसर के पिछले हिस्से में धुआं उठता दिखाई दिया। सभी आनन-फानन मौके पर पहुंचे तो देखा कि तीन सिटी बसों में आग लग चुकी थी। ठीक उसी समय नगर निगम की डीप बो¨रग से चार हजार लीटर के टैंकर में पानी भरा जा रहा था। निगमकर्मियों ने तत्काल टैंकर के पानी से आग बुझाने की कोशिश की। फिर छह हजार लीटर के टैंकर व ड्रेन डिसिल्टिंग मशीन के टैंक में पानी भरकर आग बुझायी गयी। इस दौरान कई निगमकर्मी बाल्टी में पानी भरकर आग बुझाते नजर आए। आग बुझाने के क्रम में चौथी सिटी बस भी आग की चपेट में आ गई। बस का बाहरी हिस्सा जल चुका है, जबकि आंतरिक हिस्सा जलने से बच गया। आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर नगर प्रबंधक सौरभ कुमार वर्मा, मेकेनिकल इंजीनियर श्रीकांत व वार्ड पार्षद सुनील यादव भी मौके पर पहुंचे। नगर प्रबंधक ने बताया कि आग कैसे लगी, इसका पता लगाया जा रहा है। कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज करायी गई है। उन्होंने बताया कि सभी जली बसों का बीमा कराया गया है। निगमकर्मियों की तत्परता से जलने से बचीं 36 पुरानी व दो नई सिटी बसें

निगम कर्मियों की तत्परता से कैंपस में खड़ी 36 पुरानी सिटी बसें व दो नई सिटी बसें आग की चपेट में आने से बच गईं। जनवरी से सभी बसें स्टोर परिसर में खड़ी हैं। इनमें से कुछ बसों के कलपुर्जे व बैटरी आदि भी गायब हो चुके हैं। फिर भी नगर निगम के अधिकारी सिटी बसों की सुरक्षा के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठा रहे हैं। फिलहाल 24 नई सिटी बसों को बिरसा मुंडा बस टर्मिनल परिसर में खड़ा किया जा रहा है। पूर्व मे इन बसों को भी स्टोर परिसर में ही खड़ा किया जाता था। आग लगते ही तैनात किया सिक्योरिटी गार्ड

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सिटी बसों में आग लगते ही दुर्गा पूजा आयोजन करने वाले भारतीय युवक संघ ने मौके पर सिक्योरिटी गार्ड को तैनात कर दिया। मौके पर उपस्थित सिक्योरिटी गार्ड से नगर प्रबंधक व वार्ड पार्षद ने बात की तो जानकारी मिली कि फिलहाल वह मोरहाबादी स्थिति किसी अपार्टमेंट में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात था। उसे मोटरसाइकिल पर बिठाकर स्टोर परिसर में लाया गया है। ये बस जलकर खाक हो गईं

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- जेएच 01एई 0077 (आधी जली) स्टोर परिसर में अवैध रूप से बिकती है शराब

निगम कर्मियों ने बताया कि स्टोर परिसर में दिनभर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। भारतीय युवक संघ के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि कैंपस के अंदर अवैध रूप से शराब भी बेची जाती है। कैंपस में अवैध रूप से काम करने वाले स्वीपर 40-50 की संख्या में मंडराते रहते हैं। ये लोग कैंपस में ही गांजा का सेवन करते हैं। कैंपस के चारों ओर चहारदीवारी नहीं है। इस कारण यह जगह असुरक्षित है। पिछले आठ वर्षो से चहारदीवारी का काम नगर निगम की फाइलों में बंद है। यदि निगम प्रशासन ने कैंपस के चारों ओर चहारदीवारी का निर्माण किया होता तो आज सिटी बसों में आग लगने की घटना नहीं होती। पूजा पंडाल में आग लगती तो सभी वाहन जलकर खाक हो जाते

निगम के स्टोर परिसर में जिस स्थल पर आग लगी, ठीक उसी जगह दुर्गा पूजा के अवसर पर भारतीय युवक संघ ने पूजा पंडाल का निर्माण कराया था। पंडाल अभी भी हटाया नहीं गया है। पूजा पंडाल के ठीक पीछे सिटी बसें खड़ी थीं। यदि आग की चिंगारी पंडाल तक पहुंच जाती तो परिसर में खड़े सभी वाहन आग की चपेट में आकर खाक हो जाते। आग बुझने के बाद पहुंचा दमकल वाहन

निगम कर्मियों ने बताया कि सिटी बसों में आग लगने के बाद तत्काल फायर ब्रिगेड सर्विस के 101 नंबल पर डायल किया गया। हालांकि यह नंबर वर्तमान में काम नहीं कर रहा है। उसके बाद सिटी कंट्रोल रूम से संपर्क किया गया। लगभग 30 मिनट बाद मौके पर दमकल वाहन पहुंचा। तब तक आग बुझ चुकी थी। निगम प्रशासन ऐसे बना है लापरवाह

1. नगर निगम के स्टोर कार्यालय से अब तक कई वाहनों के कलपुर्जे, बैटरी, टायर समेत कई सामान गायब हो चुके हैं। निगम ने नहीं लिया कोई सुध।

2. स्टोर परिसर का मेन गेट हटा दिया गया है। स्टोर कार्यालय की चहारदीवारी भी नहीं है।

3. परिसर में 20 परिवार अवैध रूप से कच्चा मकान बनाकर पिछले कई वर्षो से रह रहे हैं। ये सभी कबाड़ी सामान चुनने व बेचने का काम करते हैं। इन्हें यहां बसने से क्यों नहीं रोका गया।

4. पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार के कार्यकाल में दो करोड़ की लागत से कैंपस की चहारदीवारी बनाने, ड्रेन निर्माण व परिसर में पेवर ब्लॉक बिछाकर नगर निगम के वाहनों के लिए शेड निर्माण करने की योजना तैयार की गई थी। योजना परवान नहीं चढ़ी।

5. नगर निगम बोर्ड के सदस्यों ने परिसर में दुकान व पार्किग निर्माण कराने की योजना को पारित कर चहारदीवारी निर्माण की योजना पर रोक लगा दी थी। पूजा पंडाल को खोलने के लिए कोलकाता के कारीगर से बात हुई है। फिलहाल ठेकेदार बीमार है। संभवत: मंगलवार से पंडाल खोला जाएगा। यदि कोलकाता का ठेकेदार नहीं आया तो वर्मा टेंट हाउस के माध्यम से पंडाल को हटाया जाएगा।

- अशोक चौधरी, अध्यक्ष, भारतीय युवक संघ। स्टोर परिसर में नशेड़ियों का अड्डा है। संभवत: नशा करने वालों के कारण ही सिटी बसों में आग लगी है। परिसर के चारों ओर न तो चहारदीवारी है और न ही कोई सुरक्षाकर्मी। सीसीटीवी भी नहीं है। पिछले कई वर्षो से इस स्थल पर चोरी की घटना भी होती रही है।

- सुनील कुमार यादव, पार्षद, वार्ड-20

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