Jharkhand: स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में पुलिसकर्मियों से उलझ रहे लोग, अब होगी सख्ती; दर्ज होगी FIR
Swasthya Suraksha Saptah Jharkhand Ranchi News मामले को लेकर रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि पुलिसकर्मी बेहद कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। ऐसे में अगर लोग कानून का उल्लंघन करेंगे तो कार्रवाई के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता।
रांची, जासं। Swasthya Suraksha Saptah Jharkhand, Ranchi News कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसके मद्देनजर सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह लागू किया है। इसका अनुपालन करवाने में पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर सड़कों पर डटे हैं। इस बीच कुछ बदमाश पुलिस से ही उलझ रहे हैं। इस पर पुलिस के वरीय अधिकारियों ने कड़ा फैसला लिया है। पुलिस से उलझने वालों पर सीधे एफआइआर दर्ज होगी और वे जेल भेजे जाएंगे। पुलिसकर्मियों के साथ लगातार हो रहे बदसलूकी के मामले वरीय अधिकारियों तक भी पहुंच रहे हैं।
मामले को लेकर रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि पुलिसकर्मी बेहद कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। ऐसे में अगर लोग कानून का उल्लंघन करेंगे तो कार्रवाई के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। पुलिस भी यह नहीं चाहती है कि महामारी के समय किसी को उल्लंघन की वजह से जेल भेजा जाए। ऐसे में लोगों से आग्रह है कि वे नियम का पालन करें और महामारी से बचाव में पुलिस कर्मियों का सहयोग करें।
केस स्टडी 01
रांची के जेल चौक के पास गुरुवार को जब एक कार सवार को रोका गया तो उसने खुद को मजिस्ट्रेट बताकर उल्टे पुलिसकर्मियों पर ही रौब झाड़ना शुरू कर दिया। फिर वहां से तेजी से भागने लगा, इस दौरान एक स्कूटी को टक्कर मार दी। हालांकि स्कूटी सवार बाल-बाल बच गया। उसके बाद पुलिसकर्मियों ने खदेड़ कर कार सवार को पकड़ा और उसका चालान काटा। दरअसल, जेल चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने एक कार को रोक कर घर से बाहर निकलने का कारण पूछा। इसपर कार चालक ट्रैफिक पुलिसकर्मी पर ही भड़क गया और कहने लगा कि वह मजिस्ट्रेट है। मजिस्ट्रेट की गाड़ी रोकने की हिम्मत कैसे हुई।
लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी अपने सवाल का जवाब जानने पर अड़े हुए थे। कार चालक से पूछा कि कहां के मजिस्ट्रेट हैं और अपना आइकार्ड दिखाइए। इस पर कार चालक ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भागने की कोशिश में गाड़ी बैक किया। इस दौरान एक स्कूटी सवार को धक्का मार दिया। हालांकि इस दुर्घटना में स्कूटी सवार बाल-बाल बच गया। इसके बाद वहां के पुलिसकर्मियों ने खुद को मजिस्ट्रेट बताने वाले व्यक्ति का 5750 रुपये का चालान काटकर हाथ में थमा दिया। इसके बाद कार चालक वहां से निकल गया।
केस स्टडी 02
गुरुवार को ही रांची के कांटाटोली चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने एक कार सवार को पूछताछ के लिए रोका और उससे पूछा कि वह कहां जा रहा है। इतना सुनते ही कार सवार पुलिसकर्मी से ही उलझ गया। पुलिस कर्मियों के साथ कार सवार ने बदसलूकी भी की। पुलिस वालों ने जब उस पर कार्रवाई की बात कही तो वह अपने जूते उतार कर पुलिस वालों को अपने सर पर मारने के लिए कहने लगा। मामले को लेकर काफी देर तक कांटाटोली चौक पर हंगामा होता रहा। आखिरकार पुलिस ने चालान काट कर उसे वापस भेजा।
लोग हो रहे चिड़चिड़ापन के शिकार
सड़क पर तैनात पुलिसकर्मियों की मानें तो अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जब लोग उनसे ही उलझ जाते हैं। हालाकि पुलिसकर्मी भी यह मानते हैं कि कई लोग स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की वजह से चिड़चिड़ापन के शिकार हो गए हैं। ऐसे में पुलिसकर्मी भी अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए उन्हें समझा बुझा कर वापस भेजते हैं।
ट्रैफिक एसपी ने सख्ती से चेकिंग के दिए निर्देश
रांची में मिनी लॉकडाउन के पालन को लेकर ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग की ओर से कड़ा आदेश जारी किया गया है। इसके मुताबिक गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन करवाने की जिम्मेदारी सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर है। दोपहर 3 बजे के बाद सड़क पर नजर आने वाले वाहनों को संदिग्ध माना जाएगा। केवल उन्हीं वाहनों को गुजरने दिया जाएगा, जिनके लिए सरकार की ओर से अनुमति प्राप्त है।