26 साल बाद परिजन पहुंचे मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने, फिर पार्षद से की मारपीट Ranchi News
Jharkhand Latest News पार्षद ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करा दी। लेकिन थाना की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं घटना की जानकरी मिलने के बाद निगम के पार्षदों ने इसका विरोध किया।
रांची, जासं। वर्ष 1994 में मरे एक व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर वार्ड नंबर 13 की पार्षद पूनम देवी और उनके पति प्रभुदयाल बड़ाइक के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। मारपीट का मामला इतना तूल पकड़ा है कि शिकायत नामकुम थाना पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर 13 में रहने वाले एक व्यक्ति के परिजन की मृत्यु वर्ष 1994 में हुई थी। परिजन को अब किसी काम के लिए उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की जरूरत पड़ी। इसके लिए उसने स्थानीय पार्षद पूनम देवी से संपर्क किया। लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के दौरान स्थिति मारपीट तक पहुंच गई।
इसमें पार्षद घायल हो गईं। उसके बाद मामला नामकुम थाना पहुंचा। पार्षद के पति ने बताया कि राजेंद्र राम, खुशबू कुमारी, राजेश राम कुछ दिन पहले अपने परिजन का मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने के लिए वार्ड कार्यालय आए थे। लेकिन उनके पास मृतक का कोई प्रमाणपत्र नहीं था। परिजन ने पार्षद को बताया कि व्यक्ति की मृत्यु 1994 में हुई है। इस पर पार्षद ने शपथ पत्र लाने की मांग की। परिजन जब शपथ पत्र लेकर आए, तो पार्षद ने लिखा कि शपथ पत्र के आलोक में मृत्यु प्रमाण पत्र देने की वह अनुशंसा करती है।
लेकिन परिजनों का कहना था कि शपथ पत्र का हवाला देने की जगह पार्षद सीधे लिखें कि उनके परिजन की मृत्यु घर पर हुई है। जब पार्षद ने ऐसा करने से मना किया तो मारपीट की नौबत आ गई। बताया जा रहा है कि मारपीट में पार्षद को कुछ चोटें भी लगी हैं। उसके बाद पार्षद ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करा दी। लेकिन थाना की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
वहीं घटना की जानकरी मिलने के बाद निगम के पार्षदों ने इसका विरोध किया। घटना की निंदा करते हुए पार्षदों ने प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। वार्ड 26 के पार्षद अरुण झा ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के साथ इस तरह का व्यवहार बर्दाशत नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्षदों का एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिलकर पार्षद से मारपीट करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग करेगा।