भ्रष्टाचार में जब्त सवा दो करोड़ का बंगला बना ईडी का कार्यालय, इस पूर्व मंत्री का था यह आवास

Enos Ekka Jharkhand Anosh Ekka vs Enforcement Directorate प्लाट नंबर 1502/बी एयर पोर्ट रोड हिनू रांची ईडी का झारखंड में नया दफ्तर होगा। इस प्लॉट की कीमत 64 लाख 63 हजार है। मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने इस पर कब्‍जा किया था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 07:06 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:34 PM (IST)
भ्रष्टाचार में जब्त सवा दो करोड़ का बंगला बना ईडी का कार्यालय, इस पूर्व मंत्री का था यह आवास
Enos Ekka Jharkhand, Anosh Ekka vs Enforcement Directorate मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने इस पर कब्‍जा किया था।

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। पूर्व मंत्री एनोस एक्का का रांची के हिनू स्थित आवास प्रवर्तन निदेशालय का झारखंड मुख्यालय बन गया है। अब प्लाट नंबर 1502/बी, एयर पोर्ट रोड, हिनू ईडी का नया दफ्तर होगा। इस प्लॉट की कीमत 64 लाख 63 हजार है। इसके निर्माण में एक करोड़ 58 लाख 86 हजार 950 रुपये का खर्च आया है। बता दें कि ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में इस आवास पर कब्जा किया था। अब यह दो करोड़ 23 लाख 50 हजार की संपत्ति है।

प्रवर्तन निदेशालय ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में 28 सितंबर 2018 को इस बंगले के अलावा एनोस एक्का के चार अन्य ठिकानों पर भी विधिवत कब्जा किया था। मनी लांड्रिंग के मामले में जब्त यह बंगला एनोस एक्का की पत्नी मेनन एक्का के नाम पर था। इसकी कीमत दो करोड़, 23 लाख 50 हजार रुपये बताई गई है। इसमें प्लॉट की कीमत 64 लाख 63 हजार रुपये तथा निर्माण खर्च एक करोड़, 58 लाख, 86 हजार 950 रुपये है।

28 सितंबर 2018 को कोलेबिरा के पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री एनोस एक्का की जिन अन्य संपत्तियों पर ईडी ने कब्जा किया था, उनमें इस बंगला के अलावा हरिओम टावर व श्रीराम रेजीडेंसी का एक-एक फ्लैट तथा सिरमटोली व ओरमांझी की जमीन शामिल थी। हर जगह ईडी ने सरकारी संपत्ति घोषित करते हुए नोटिस चस्पा कर दिया था। कुछ फ्लैट में किराएदार रह रहे थे, जिन्हें ईडी ने शीघ्र खाली करने का आदेश दिया था।

ईडी ने जांच में एनोस एक्का पर 16.83 करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग का मामला पाया था। वर्ष 2006 से 2008 के बीच मधु कोड़ा सरकार में मंत्री रहे एनोस एक्का ने दिल्ली, गुरुग्राम, जलपाईगुड़ी में संपत्ति अर्जित की थी। इसे ईडी ने जब्त किया था। एनोस एक्का ने अपने व अपने परिवार के अन्य सदस्यों के नाम से यह संपत्ति बनाई थी।

वर्तमान में एनोस एक्का सिमडेगा के बहुचर्चित पारा टीचर हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। फिलहाल वे पैरोल पर जेल से बाहर हैं। ईडी ने वर्ष 2010 में एनोस एक्का की संपत्ति जब्त की थी। इसे एनोस एक्का ने ईडी के अपीलीय प्राधिकरण दिल्ली में चुनौती दी थी। अपीलीय प्राधिकरण ने भी ईडी के पक्ष में अपना फैसला सुनाया। इसके बाद ही ईडी ने उक्त तिथि को इस संपत्ति को कब्जे में लिया था।

सजा होने के बाद खत्म हो चुकी है विधानसभा सदस्यता

सिमडेगा के बहुचर्चित पारा शिक्षक मनोज कुमार हत्याकांड मामले में विधायक एनोस एक्का वर्ष 2014 के नवंबर से ही जेल में बंद हैं। इस हत्याकांड में उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। सजा होने के बाद उनकी विधानसभा से सदस्यता भी खत्म हो चुकी है।

chat bot
आपका साथी