RIMS: रिम्स में मरीज को लगा दिया खाली सिलेंडर, मौत के बाद जमकर हंगामा

RIMS रिम्स की इमरजेंसी में बुधवार को मरीज की मौत के बाद आक्रोशित स्वजनों ने हंगामा किया। मृतक प्रदीप कुमार मेहता (47 वर्ष) हजारीबाग के कदवा गांव का रहने वाला था। स्वजनों का आरोप है कि डायलिसिस के लिए ले जाने के दौरान आक्सीजन का खाली सिलेंडर लगा दिया गया।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 12:44 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 12:44 PM (IST)
RIMS: रिम्स में मरीज को लगा दिया खाली सिलेंडर, मौत के बाद जमकर हंगामा
रिम्स की इमरजेंसी में मरीज की मौत के बाद आक्रोशित स्वजनों ने हंगामा किया।

रांची, जासं । रिम्स की इमरजेंसी में बुधवार को मरीज की मौत के बाद आक्रोशित स्वजनों ने हंगामा किया। मृतक प्रदीप कुमार मेहता (47 वर्ष) हजारीबाग के कदवा गांव का रहने वाला था। स्वजनों का आरोप है कि डायलिसिस के लिए ले जाने के दौरान खाली सिलेंडर से आक्सीजन दिया जा रहा था, जिससे प्रदीप की मौत हो गई। इस आरोप के बाद डाक्टरों ने इसका जमकर विरोध किया और कहा कि यह संभव ही नहीं है। इसके बाद बरियातू थाने से पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया।

मृतक के परिजन रंजीत मेहता ने कहा कि प्रदीप को किडनी संबंधित समस्या थी। इलाज के लिए मंगलवार को रिम्स लाया गया था। मरीज को आइसीयू बेड की जरूरत थी। लेकिन बेड खाली नहीं होने का हवाला देकर उसे 24 घंटे तक इमरजेंसी में ही रखा गया। जिससे उसकी स्थिति और खराब हुई। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में लाने के बाद मेडिसिन विभाग के डा सीबी शर्मा मरीज को देख रहे थे।

और खराब होती गई मरीज की स्थिति

ट्रॉलीमैन मोहम्मद हसीब ने बताया कि मरीज को डायलिसिस के लिए ले जाने की तैयारी थी। इसलिए मरीज को बेड से उठाकर ट्रॉली में लेटाया ही गया था कि उसकी हालत खराब होती गई। इसी बीच मरीज की स्थिति खराब हो गईऔर उसकी मौत हो गयी।

यह मामला संज्ञान में आया है। इसके बारे में पता किया जा रहा है। खाली सिलेंडर देने की बात सही नहीं लगती है, फिर भी जांच की जाएगी और जो दोषि होंगे उस कार्रवाई होगी। परिजनों को भी संयम से काम लेना चाहिए था।

- डा डीके सिन्हा, पीआरओ, रिम्स

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