Elephant Attack : जंगली हाथी घरों, खलियान और खेतों को कर रहें बर्बाद, लगभग दस गांव इसके चपेट में
Wild Elephant Attack नगड़ी प्रखंड(Nagari Block) क्षेत्र में पिछले चार दिनों से जंगली हाथी का उत्पात एक बार फिर बढ़ गया है। गांव के बगल में स्थित जंगल में मौजूद हाथी(Elephant) की वजह से चिंघाड़ सुनहर क्षेत्र के ग्रामीण रात भर अपने-अपने घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं।
पिस्कानगड़ी जासं। Wild Elephant Attack: नगड़ी प्रखंड(Nagari Block) क्षेत्र में पिछले चार दिनों से जंगली हाथी का उत्पात एक बार फिर बढ़ गया है। गांव के बगल में स्थित जंगल में मौजूद हाथी(Elephant) की वजह से चिंघाड़ सुनहर क्षेत्र के ग्रामीण रात भर अपने-अपने घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं।
आधी रात को हाथी गांव के घरों में हमला कर घरों और ग्रामीणों के आंगन में रखे धान को निकालकर खा रहे हैं । बीते चार दिनों के अंदर दस गांव जिनमें हरही, हरहीमहतो टोली, डुमरटोली, जारा टोली, कतरपा बंधेया, करंज टोली, कतारीटोली, सिंगपूर बड़ा खुटा, पलान्डू के सटे जंगलो में हाथी विचरण करते हैं।
धान के खाने के साथ छिटकर कर रहे बर्बाद:
बीती रात सोमवार की रात लगभग बारह बजे बचैया गांव में चारों मुंडा के घर का दरवाजे को तोड़ कर दो बोरा धान का गया। वहीं इसी गांव का एक अन्य ग्रामीण दुर्गा मुंडा के घर के अंदर रखे तथा आंगन में रखे पांच बोरा धान के खाकर छिट दिया। इसी गांव के बन्धू मुंडा के घर में भी जंगली हाथी(Wild Elephant) ने हमला किया था, पर ग्रामीणों के हल्ला करने के बाद भाग गया।
इसे पुर्व देर रात जंगली हाथी ने बधेया गांव के निवासी सुरज टोप्पो के घर को ध्वस्त कर दिया। वहीं हरही डूमरटोली के झिगीया उराईन पति भगवान उरांव के घर में रखे धान को निकालने के क्रम में घर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।
वन विभाग से हाथी को भगाने की मांग :
घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। शाम होते ही लोग अपने घरों में दुबक जा रहे हैं। वहीं क्षेत्र में हाथी के आ जाने से किसान काफी चिंतित है। भुक्तभोगियों ने इसकी शिकायत वन विभाग के अधिकारियों से की है। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथी को भगाने की मांग की है।
हाथी पास के जंगल की ओर चला गया है। वहीं हाथियों के कारण जहां ग्रामीणों ने दहशत में रात गुजारी तो दूसरी ओर उन्हें अंदेशा है कि हाथी फिर से उनके गांव की ओर रूख कर सकता है। घटना की जानकारी वन विभाग को दी। ग्रामीणों ने हाथी द्वारा किए गए नुकसान का मुआवजा वनविभाग से दिलाने की मांग की हैं।