पेट्रोल महंगा, ई बाइक है ना
बार-बार पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों ने लोगों के बजट को बिगाड़कर रख दिया है।
जासं, रांची: बार-बार पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों ने लोगों के बजट को बिगाड़कर रख दिया है। वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाते समय जेब हल्की करते समय एक बार उफ् जरूर करते हैं। हालांकि ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन के रूप में एक विकल्प तेजी से उभर रहा है। समय की नजाकत को भांप वाहन निर्माता कंपनियां भी नए-नए फीचर्स वाले इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उतार रही हैं। इलेक्ट्रिक कार की अपेक्षा ई बाइक की मांग में बढ़ोतरी देखी जा रही है। उधर, पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी बढ़ोतरी जारी है। उधर जीएसटी काउंसिल ने पेट्रोलियम पदार्थ को जीएसटी में शामिल नहीं किया है। इससे साफ हो गया है कि सरकार अभी पेट्रोलियम उत्पाद पर लगने वाले टैक्स कम करने के मूड में नहीं है। इस बीच रांची में इलेक्ट्रिक बाइक की मांग काफी बढ़ी है। शोरूम के मालिक बताते हैं कि पिछले एक वर्ष में मांग में लगभग दो गुना का इजाफा हुआ है। कंपनियां भी पेट्रोल बाइक बनाने पर फोकस कर रही है। हीरो इलेक्ट्रिक बाइक के विक्रेता रमेंद्र गुप्ता बताते हैं कि पेट्रोल के दाम में वृद्धि के कारण ई व्हीकल की मांग काफी बढ़ी है। केवल बाइक ही नहीं ई रिक्शा की बिक्री भी बढ़ी है। इसके कारण कुछ माडल की वेटिग चल रही है।
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कंपनियों ने गुणवक्ता में किया सुधार:
पिछले दो-तीन वर्ष में इलेक्ट्रिक बाइक बनाने वाली कंपनियों ने बाइक की गुणवत्ता में काफी सुधार किया है। बॉडी मजबूत करने के साथ-साथ बैटरी को भी दमदार बनाया है। कंपनियां बाइक में पहले से बेहतर सस्पेंशन और फीचर दे रही हैं। ऐसे में दो पहिया वाहन खरीदने वाले इसके बारे में एक बार विचार जरूर कर रहे हैं। हालांकि इलेक्ट्रिक बाइक के साथ सबसे बड़ी समस्या इसके चार्जिंग को लेकर है। कंपनियां लगातार इसके चार्ज पावर और कम समय में चार्ज होने को लेकर प्रयोग कर रही हैं। हालांकि नए माडल की बाइक पहले के माडल से करीब 40 प्रतिशत तक जल्दी चार्ज होती है। इसके साथ ही बैकअप यानि ट्रैवल टाइम में भी सुधार किया गया है।
टैक्स कम होने से कीमतें हैं सस्ती:
पेट्रोल-डीजल गाड़ियों पर एक तरफ जहां भारी टैक्स लगता है। वहीं दो साल पहले केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी की दरों को 12 प्रतिशत से घटा कर 5 प्रतिशत कर दिया था। इसके कारण वाहनों की कीमत में बड़ी गिरावट आयी थी। अब जून के महीने में केंद्र सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार बड़ा बदलाव करते हुए इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों पर ज्यादा सब्सिडी दे रही है। पहले इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों पर दस हजार रुपये प्रति किलोवाट सब्सिडी मिलती थी। नीति में संशोधन के बाद अब 15,000 रुपये प्रति किलोवाट तक की सब्सिडी मिल रही है। यही कारण है कि इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतें कम होने लगी हैं।
होम डिलिवरी वालों की बनी पसंद:
ई व्हीकल सामानों की होम डिलीवरी करने वाले किराना दुकान से लेकर रेस्टोरेंट की पसंद बनते जा रहे हैं। अरगोड़ा में रेस्टोरेंट के मालिक कुणाल सिन्हा बताते हैं कि उन्होंने दो ई बाइक रखी है। इससे होम डिलिवरी का खर्च काफी कम हो जाता है। बाइक जब इस्तेमाल में नहीं होती है तो चार्ज में लगा देते हैं। इसकी बैट्ररी लगभग तीन घंटे में फुल चार्ज होती है। इसके बाद कम से कम 150 किमी तक चलती है। लुभा रहा आकर्षक लुक:
ई बाइक के आकर्षक लूक और कलर्स युवाओं को काफी आकर्षित कर रहे हैं। हालांकि इसमें बस एक परेशानी है कि इसकी गति सीमा काफी कम है। आमतौर पर ई बाइक मुश्किल से 40 किमी की रफ्तार से चलती है। इसके साथ ही कहीं दूर जाने पर चार्ज खत्म हो का खतरा भी रहता है।
ओला भी जल्द उतार रही है ई बाइक:
ओला जल्द ही दस आकर्षक रंगों में अपनी ई बाइक बाजार में उतारने वाली है। इसके लिए कुछ शहरों में बुकिग शुरू हो गयी है। बड़ी बात ये हैं कि इस बाइक को न्यू जेनरेशन इ बाइक माना जा रहा है। एक लाख रुपये अनुमानित कीमत वाही बाइक के हैंडल पर जीपीएस से लेकर मोबाइल कनेक्ट करने तक की सुविधा है। कंपनी इस बाइक की सीधे होम डिलिवरी करने की तैयारी में है।
विभिन्न ब्रांड की ई बाइक की कीमतें
टीवीएस आई-क्यूब: 93,986-1.29 लाख रुपये
रिवोल्ट मोटर्स आरवी 400: 1.18 लाख रुपये
ओकिनावा आई प्राइज प्लस: 1.17 लाख रुपये
ओकिनावा प्राइज प्रो: 84,975 हजार रुपये
ओकिनावा रिज प्लस: 69000 हजार रुपये
हीरो इलेक्ट्रिक फ्लस: 60,000 हजार रुपये
हीरो इलेक्ट्रिक आप्टिमा: 51,400 हजार रुपये
हीरो इलेक्ट्रिक डैश: 65,183 हजार रुपये
हीरो इलेक्ट्रिक फोटोन: 71,440 हजार रुपये
हीरो इलेक्ट्रिक एनवाईएक्स: 62,954 हजार रुपये
एमपीरियो: 44,490 हजार रूपये
बजाज चेतक: 1.25 लाख रुपये
यो ड्रिफ्ट: 41,500 हजार रुपये।