66 वर्षों में पहली बार यहां मां दुर्गा की तस्वीर लगाकर हो रही पूजा Koderma News

Jharkhand Koderma News कलश स्थापन के दिन ही मां दुर्गा की तस्वीर स्थापित कर नवरात्र प्रारंभ कर दिया गया है। हालांकि पूजा समिति के लोग काफी चौकस हैं ताकि पूजा के दौरान कोई अनावश्‍यक भीड़ भाड़ ना लगे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 06:04 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 06:05 PM (IST)
66 वर्षों में पहली बार यहां मां दुर्गा की तस्वीर लगाकर हो रही पूजा Koderma News
मां दुर्गा की तस्‍वीर लगा‍कर पूजा की तैयारी है। जागरण

जयनगर (कोडरमा), जासं। कोडरमा के जयनगर प्रखंड के सरमाटांड रेलवे स्टेशन परिसर में इस बार मां दुर्गा की प्रतिमा इस बार नहीं स्थापित की गई है। 66 वर्ष के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब मंदिर परिसर में मां दुर्गा की तस्वीर लगाकर पूजा की जा रही है। कलश स्थापन के दिन ही मां दुर्गा की तस्वीर स्थापित कर नवरात्र प्रारंभ कर दिया गया है। हालांकि पूजा समिति के लोग काफी चौकस हैं, ताकि पूजा के दौरान कोई भीड़ भाड़ ना लगे।

बता दें कि वर्ष 1954 में सरमाटांड रेलवे स्टेशन में पदस्थापित आर विश्वास नामक स्टेशन प्रबंधक ने यहां दुर्गा पूजा की शुरुआत की थी। तब से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है। उनके द्वारा वर्ष 1984 तक मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई और पूजा अर्चना की गई। बाद में जे. ओझा नामक स्टेशन प्रबंधक के द्वारा पूजा अर्चना की जाने लगी। तब स्थानीय लोग सिर्फ मां दुर्गा के दर्शन को जाते थे। परंतु जे. ओझा के जाने के बाद वर्ष 2007 में पूजा समिति का गठन किया गया जिसमें आसपास के लोगों को शामिल किया गया।

हालांकि मां दुर्गा की प्रतिमा स्टेशन प्रबंधक के द्वारा ही स्थापित की जाती रही है, लेकिन अन्य कार्यक्रम पूजा समिति के माध्यम से किया जाने लगा। पूजा समिति के द्वारा लाखों रुपये खर्च कर भव्य पूजा पंडाल बनाया जाता था। कई सांस्कृतिक कार्यक्रम दुगोला, ऑर्केस्ट्रा आदि कराए जाते थे। परंतु इस बार कोरोना के डर से पहली बार तस्वीर लगाकर पूजा अर्चना की जा रही है।

पूजा समिति के उपाध्यक्ष सुरेश यादव ने बताया कि इस बार कोरोना संक्रमण ना फैले इसके लिए प्रशासनिक पदाधिकारियों के निर्देश का पूरा पूरा अनुपालन किया जा रहा है। इसी कारण यहां ना तो यहां प्रतिमा स्थापित की गई है और ना ही भव्य पंडाल का निर्माण कराया गया है।

उन्होंने बताया कि समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लेकर यह कदम उठाया है और तस्वीर में ही मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने का निर्णय लिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार न तो कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और ना ही कोई मेला का आयोजन होगा। लोग पूरे सादगी के साथ मंदिर परिसर पहुंचेंगे और पूजा अर्चना कर माता से आशीर्वाद लेंगे।

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